वर्चस्व व पालिका चेयरमैन बनने के ख्वाब ने लिखी हत्या की इबारत!
जेल में रची साजिश, भाड़े के शूटरों ने दिया अंजाम
मोहनलालगंज के प्रतिष्ठित व्यापारी सुजीत पांडे हत्याकांड का खुलासा
लखनऊ (धारा न्यूज़) मोहनलालगंज व्यापार मंडल अध्यक्ष सुजीत पांडे की हत्या राजनैतिक वर्चस्व का परिणाम थी। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दो शूटर मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिए हैं। प्रारम्भिक पूछताछ में पता चला है कि जेल में रह कर भाइयों के साथ मधुकर यादव ने साजिश रची थी। वर्चस्व और नगर पालिका चेयरमैन बनने के लिए हत्या कराई गई।
20 दिसंबर को ईंट भट्ठा जाते समय बाइक सवार बदमाशों ने मोहनलालगंज व्यापार मंडल अध्यक्ष सुजीत पांडे की गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने स्कैच जारी कर बदमाशों पर ₹50 हजार का ईनाम घोषित किया था। मंगलवार देर रात एसीपी कैंट बीनू सिंह की क्राइम टीम को सूचना मिली कि आशियाना थाना अंतर्गत बिजनौर रोड पर संदिग्ध लोगों को देखा गया है। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर दी। सामने से आते बाइक सवार दो लोगों को रोका गया तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली से दोनों घायल हो गए। दोनों को दबोच कर प्रारंभिक उपचार के बाद पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुठभेड़ में घायल बदमाश अरुण और मुलायम यादव भाड़े के शूटर हैं। सुजीत पांडेय की हत्या की साजिश तेल चोरी के मामले में जेल गए मधुकर यादव ने रची थी। मधुकर यादव के तीनों भाई वारदात से 3 दिन पहले गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे।
बताया गया कि खाद्य विभाग के द्वारा मधुकर यादव की फैक्ट्री में छापेमारी से बरामद तेल चोरी हो गया था। आरोप है कि सील फैक्ट्री से मधुकर यादव ने ही तेल चोरी करवा लिया था। खाद्य विभाग ने एफआईआर दर्ज करवाई, जिस पर पुलिस ने तीनों भाइयों को गिरफ्तार कर भेजा था। जेल में रहने के दौरान ही मधुकर यादव और उसके दोनों भाइयों ने सुजीत पांडे की हत्या की साजिश रची। मधुकर यादव इलाके में वर्चस्व कायम रखने के साथ ही नवगठित नगर पालिका परिषद का अध्यक्ष बनना चाहता था। 2 साल पहले भी अशोक यादव मर्डर में मधुकर यादव का नाम सामने आया था। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में कई बड़े चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।
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