राम मंदिर के नीचे मिली सरयू की धारा, नींव निर्माण कार्य में आई बाधा
IT से मांगी मदद

लखनऊ (धारा न्यूज): अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य में अब एक नई बाधा सामने आ गई है। मंदिर की नींव के नीचे सरयू नदी की धार मिलने के कारण निर्माण कार्य में अब मुश्किलें आ सकती हैं। इस मामले में मंदिर ट्रस्ट ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मदद मांगी है। कुछ दिन पहले भी खंभों से जुड़े काम में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।

अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के लिए 1200 खंभों की ड्राइंग तैयार की गई थी। यह डिजाइन प्लान के अनुसार, सफल होती नहीं दिख रही।मंदिर की बुनियाद के लिए खंभों की टेस्टिंग की गई थी। इस दौरान कुछ खंभों को 125 फीट गहराई में डाला। इनकी जांच करने के लिए करीब 30 दिनों तक छोड़ा गया। बाद में इस पर 700 टन का वजन डाला गया और भूकंप के झटके दिए गए, तो ये खंभे अपनी जगह से हिल गए और मुड़ भी गए।
इस बीच प्रधानमंत्री के पूर्व मुख्य सचिव नृपेंद्र मिश्रा की अगुआई में बनी निर्माण समिति की बैठक में तय किया गया है कि नींव के नीचे सरयू नदी की धारा मिलने के कारण मंदिर के लिए पहले से तैयार मॉडल सही नहीं है। सूत्रों ने बताया कि आईआईटी से मदद की अपील की गई है।

विदित है कि मंदिर का निर्माण 2023 में पूरा होना है। सूत्रों ने बताया कि फिलहाल, समिति दो तरीकों पर गौर कर रही है। पहला राफ्ट को सहायता देने के लिए वाइब्रो पत्थर का इस्तेमाल और दूसरा इंजीनियरिंग मिश्रण मिलाकर मिट्टी की क्वालिटी और पकड़ को बेहतर बनाया जाए।
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