….तो, डीएम कमिश्नर के खिलाफ भी होगी कार्रवाई

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता मानक अनुरूप न होने पर योगी सख्त
लखनऊ (धारा न्यूज़): मुरादनगर के शमशान घाट हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ खासे नाराज हैं। उन्होंने दोटूक कहा है कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता मानक से कम मिली तो डीएम और कमिश्नर इसके लिए जिम्मेदार होंगे। ठेकेदार और इंजीनियरों के साथ डीएम, कमिश्नर के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
हर जिले में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए टास्क फोर्स गठित की गई है। जिले में हो रहे सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की टास्क फोर्स औचक जांच करेगी। हर बड़े प्रॉजेक्ट की कम से कम 3 बार गुणवत्ता की औचक जांच कर उसकी रिपोर्ट तैयार की जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जर्जर भवनों को ध्वस्त करने के आदेश-
योगी ने सभी कमिश्नर व डीएम को जिलों में सरकारी भवनों की स्थिति का निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं। निरीक्षण के दौरान यदि विद्यालय या अस्पताल आदि का संचालन जर्जर भवन में मिले तो तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इनका संचालन कहीं और करें। जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
स्कूल-कॉलेजों की इमारतों का भी हो निरीक्षण-
सरकारी और निजी क्षेत्र में संचालित सभी बेसिक एवं माध्यमिक स्तर के विद्यालयों व डिग्री कॉलेजों भवनों का भी गहन निरीक्षण करें। सभी सार्वजनिक भवनों का भी निरीक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी कॉलोनियों के भवनों का निरीक्षण कर यह देखा जाए कि यह दुरुस्त अवस्था में हैं या नहीं।