सिंघु बार्डर पर किसान आंदोलन के खिलाफ स्थानीय लोगों का प्रदर्शन, बोले-तिरंगे का अपमान सहन नहीं, हाईवे खाली करो

नई दिल्ली। लाल किले पर हुई हिंसा और तिरंगे की जगह दूसरा झंडा लगाने के खिलाफ जनता सड़क पर उतर आई है। सिंघु बार्डर खाली कराने के लिये स्थानीय लोगों ने आवाज मुखर करते हुए जल्द से जल्द इस हाईवे को खाली कराने की मांग की। कहा कि लाल किले पर हुए तिरंगे का अपमान सहन नहीं किया जाएगा। सिंघु बॉर्डर के आसपास के 40 गांवों के लोगों ने किसानों को बॉर्डर खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया है।
राकेश टिकैत ने किसानों की भीड़ को उकसाया- दिल्ली पुलिस की इंस्पेक्टर पुष्पलता ने दावा किया है कि भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गाजीपुर अंडरपास पर किसानों की भीड़ को उकसाया था। उधर टिकैत ने भी ऐसा बयान दे दिया है, जिससे दिल्ली पुलिस की आशंका और गहरी हो जाती है। कथित रूप से राकेश टिकैत ने कहा कि लालकिले पर पुलिस ने गोली क्यों नहीं चलाई? उन्होंने यह बात संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में कही!
टोल प्लाजा प्रबंधन पहुंचा कोर्ट- जीएमआर अंबाला-चंडीगढ़ एक्सप्रेस वे कंपनी ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दप्पर (लालडू ) टोल प्लाजा आंदोलनकारियों से खाली करवा कर टोल एकत्र करने व सुरक्षा देने की मांग की है। हाई कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र व पंजाब सरकार को 24 फरवरी के लिए नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। टोल प्लाजा प्रबंधन ने नुकसान की भरपाई करने के निर्देश देने की मांग करते हुए दावा किया कि 9 अक्टूबर से अपेक्षित टोल फीस जमा न करने पर करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
