सजायाफ्ता मुजरिम ने अस्थाई जेल में की आत्महत्या।
दो फरवरी को सेंट्रल जेल बरेली से दीवार कूदकर भागा था नरपाल।
फरार नरपाल को दो फरवरी की शाम को किया था गिरफ्तार।
अस्थाई जेल के बाथरूम में लोअर से की खुदकुशी।
थाना कोतवाली शहर बिजनौर के आश्रय ग्रह शेल्टर होम का मामला।

बिजनौर। बरेली जेल से फरार होकर बिजनौर पुलिस के हत्थे चढ़े नरपाल ने नुमाइश ग्राउंड स्थित अस्थाई जेल में आत्महत्या कर ली। रात के अंधेरे में जेल के बाथरूम में उसने अपने लोअर से फांसी लगा ली। घटना से पुलिस जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया।
थाना किरतपुर के ग्राम मौज्जमपुर रायपुर निवासी नरपाल उर्फ सोनू पुत्र रमेश चंद पाल 14 फरवरी 2009 ने किरतपुर थाना क्षेत्र की नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म किया था। थाना किरतपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। 14 सितम्बर 2009 को न्यायालय फास्ट ट्रैक कोर्ट-1 द्वारा उसे आजीवन कारावास व 15,000/रुपए के अर्थदण्ड की सज़ा सुनाई गई। नरपाल के विरूद्ध एनएसए की कार्यवाही भी की गयी थी। बाद में उसे केन्द्रीय कारागार जनपद बरेली शिफ्ट कर दिया गया था। एक फरवरी 2021 को मौका देख नरपाल सुबह सवेरे बरेली जेल से फरार हो गया था। आईजी बरेली जोन ने नरपाल की जल्द गिरफ्तारी के लिये 50,000/रुपए का इनाम भी घोषित किया था। 02 फरवरी 2021 को थाना किरतपुर पुलिस ने नरपाल को गिरफ्तार कर लिया। आवश्यक विधिक कार्यवाही करते हुए उसे बिजनौर में नुमाइश ग्राउंड के पास बने शेल्टर होम/अस्थाई जेल में दाखिल किया गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार नरपाल ने बीती रात बाथरूम के रोशनदान में लोअर बांधकर फांसी लगा ली। गुरुवार सुबह आत्महत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस और जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।