कृषि बिल के समर्थन में जुलूस निकालेगी राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन

लखनऊ। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू तीनों कृषि सुधार कानूनों (बिलों) का समर्थन करते हुए कृषि बिलों को यथावत रखने की मांग की है।

राजधानी लखनऊ के होटल चरण में आयोजित प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के नेताओं ने एक स्वर में कृषि कानूनों को लेकर भ्रामक विवाद की कड़े शब्दो में निंदा की एवं केन्द्र सरकार से तथाकथित किसान संगठनों एवं उनके नेताओं पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की। प्रेसवार्ता के दौरान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम निवास यादव ने कहा कि तथाकथित किसान संगठन व उनके नेता किसानों के नाम पर कृषि बिलों के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर देश में अराजकता फैलाने का काम कर रहे है, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर जबरन कब्जा कर, 26जनवरी गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रध्वज तिरंगे का अपमान कर, सुरक्षाबलों पर हिंसक हमले कर, चक्का जाम कर ये हिंसक अराजकतावादी किन किसानों का भला करना चाहते है, समझ से परे है। किसान के नाम पर राजनीति चमकाने वालों के खिलाफ देश का अन्नदाता उठ खड़ा हुआ है। कृषि सुधार कानूनों (बिलों) से मिलने वाले फायदों को लेकर देश का अन्नदाता उत्साहित है। अन्नदाता इन तीनों कृषि सुधार कानूनों (बिलों) की अपनी वास्तविक आजादी का प्रतीक मान रहा है। आजादी के 70वर्षों में पहली बार यदि केन्द्र की किसी सरकार ने खेत, खिलहान, किसान को केन्द्र बिन्दु मान कर योजनाएं बनाई है, तो केवल नरेन्द्र मोदी सरकार ने बनाई। दुर्भाग्य से देश के कुछ विपक्षी राजनेता और दल भी इस तथाकथित किसान आंदोलन के बहाने खोई राजनैतिक जमीन को तलाशने में लगे हैं और अराजकतावादियों के मनोबल को बढाने का काम कर रहे हैं। इस तथाकथित किसान आंदोलन की आड़ में भारत के खिलाफ देश के दुश्मनों द्वारा षडयंत्र रचे जा रहे हैं, जो भारी चिंता का विषय है। सच्चा किसान कभी इस प्रकार के राष्ट्रद्रोह को स्वीकार नहीं कर सकता। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन इन नकली किसान संगठनों एवं इनके नेताओं के खिलाफ लगातार रचनात्मक आंदोलन जारी रखेगी।

प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन द्वारा राट्रव्यापी पोस्टर अभियान का प्रारम्भ करने हेतु पोस्टर जारी किया गया। पोस्टर में केन्द्र सरकार से 5 बिन्दुओं को लेकर मांग की गयी है कि 1-संसद द्वारा पारित तीनों कृषि सुधार कानूनों (बिलों) को यथावत रखा जाए। 2-गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर पर लगे राष्ट्रध्वज तिरंगे को अपमानित करने वालों की सम्पत्ति जब्त की जाए एवं सरकारी सम्पत्ति नष्ट करने से हुए नुकसान की भरपायी उक्त अराजकतावादियों से की जाए। साथ ही पुलिस एवं सुरक्षाबलों पर हमला करने वालों से घायल सुरक्षाबलों का चिकित्सा खर्च वसूल किया जाए। 3-अराजकतावादी तथाकथित किसान संगठनों पर प्रतिबंध लगा कर उनके नेताओं को जेल को भेजा जाए। 4-संसद द्वारा पारित कृषि सुधार कानूनों से कृषि और किसान को होने वाले क्रांतिकारी लाभों से परिचित कराने के लिए देश भर से प्राख्यात कृषि विशेषज्ञों को लेकर उनकी उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर रिपोर्ट जारी करवायी जाए। 5-राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर जबरन कब्जा जमाये बैठे तथाकथित किसान संगठनों एवं नेताओं से स्थान खाली करवाकर आवागमन सुचारू किया जाए।

कल राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के नेता रोहित जायसवाल एवं आचार्य पुष्पेन्द्र के नेतृत्व में प्रयागराज के माघ मेला स्थित मछली बन्दर मठ में संतों का आशीर्वाद लेकर राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन एवं अखिल भारतीय संयुक्त धर्माचार्य मंच द्वारा कृषि बिल के समर्थन में जुलूस निकाल कर धन्यवाद प्रस्ताव प्रधानमंत्री को भेजा जायेगा।

प्रेसवार्ता में महामंत्री अवधेश प्रताप सिंह, वीरेन्द्र कुमार रावत, उपाध्यक्ष राज कुमार लोधी, बलीराम वर्मा, मोहम्मद खलील अहमद, अनिल जायसवाल, डा0 अनूप सिंह, मूलचन्द्र यादव, लवकुश यादव, अजीत सिंह यादव गाजीपुर, यशवंत यादव बाराबंकी, राम नरेश वर्मा सीतापुर, आलोक बाजपेयी हरदोई, विमल यादव उपस्थित रहे।

Published by Sanjay Saxena

पूर्व क्राइम रिपोर्टर बिजनौर/इंचार्ज तहसील धामपुर दैनिक जागरण। महामंत्री श्रमजीवी पत्रकार यूनियन। अध्यक्ष आल मीडिया & जर्नलिस्ट एसोसिएशन बिजनौर।

Leave a Reply

Please log in using one of these methods to post your comment:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Twitter picture

You are commenting using your Twitter account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s

%d bloggers like this: