घर पहुंचने के पहले ही जीवित हो उठा मृत युवक
चिकित्सकों ने मृत कर दिया था घोषित
परिजन शव लेकर जा रहे थे घर
बिजनौर। इसे कुदरत का करिश्मा ही कहा जाएगा कि सड़क दुर्घटना में घायल जिस युवक को चिकित्सक मृत घोषित कर चुके थे, जीवित हो उठा। दरअसल सड़क दुर्घटना में घायल एक युवक को उचित उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया था। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजन उसका शव लेकर घर वापस चले, लेकिन रास्ते में ही मृत युवक जीवित हो गया। यह चमत्कार देख रोते बिलखते परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। मामला नगीना तहसील अंतर्गत बढ़ापुर के मोहल्ला नौमी का है।
जानकारी के अनुसार नगीना तहसील अंतर्गत बढ़ापुर नगर के मोहल्ला नौमी निवासी मंगल पुत्र जयपाल सिंह गत 13 फरवरी को बाइक से अपने एक साथी के साथ नगीना जा रहा था। ग्राम इस्लामाबाद चौराहे के समीप सड़क दुर्घटना में दोनों बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों को उचित उपचार के लिए एंबुलेंस द्वारा जिला चिकित्सालय भेज दिया गया था। मंगल की हालत चिंताजनक देखते हुए चिकित्सकों ने उचित उपचार के लिए हायर सेंटर मेरठ रेफर कर दिया। वहीं परिजन मंगल को उत्तराखंड राज्य के ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल ले गए। वहां पर बीते करीब 2 दिनों से मंगल का भाई राहुल उसकी तीमारदारी कर रहा था। बुधवार को चिकित्सकों द्वारा मंगल को मृत घोषित कर दिया गया।
मृतक मंगल के भाई राहुल ने बताया कि वह अपने भाई के मृत शरीर को लेकर ऋषिकेश से निकल चुका था। हरिद्वार पहुंचने पर उसने देखा कि उसके भाई के शरीर में एक बार फिर हलचल हो रही है। देखा तो पता चला कि मृत शरीर में जान पड़ चुकी थी। इसे कुदरत का करिश्मा कहते हुए बताया कि ऋषिकेश से हरिद्वार तक वह भाई के मरने का दु:ख मनाता चला आ रहा था। वहीं हरिद्वार से भाई के जीवित होने की खुशी मनाता आया। घर पहुंचने पर परिजनों में भी खुशी की लहर दौड़ गई। बढ़ापुर पहुंचकर परिजनों ने मंगल को नगर के चिकित्सकों को दिखाया। उचित उपचार की सलाह पर परिजन एक बार फिर मंगल को लेकर हायर सेंटर के लिए निकल गए।