एसपी कार्यालय पर बच्चों संग भूख हड़ताल करेगी मायूस बहन!
मजदूर की संदिग्ध मौत का मामला
हल्दौर पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में
बिजनौर। थाना हल्दौर क्षेत्र में एक किसान के यहां कार्यरत मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में मुकदमा पंजीकृत होने बाद भी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। मृतक की बहन पुलिस के उच्चाधिकारियों से गुहार लगाने का मन बना रही है। यही नहीं उसने एसपी कार्यालय पर अपने बच्चों के साथ भूख हड़ताल करने की भी ठानी है।
विदित हो कि हल्दौर थाना क्षेत्र के ग्राम पावटी में गत 26 फरवरी को एक किसान के यहां कार्यरत बिहारी मजदूर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। मृतक की बड़ी बहन किरन का कहना है कि उसके भाई ने किसान से तीन वर्ष तक की मजदूरी के पैसे मांग लिये थे। उसने आरोप लगाया कि नामजद आरोपी अपराधी किस्म का है। लगभग चार माह पहले उसके घर से चार अवैध तमंचे हल्दौर पुलिस ने बरामद किये थे। फिर भी इस मामले में क्लीन चिट दे दी गई थी। इस पर शातिर अपराधी का हौसला बुलंद हो गया। यह भी आरोप लगाया कि उसने अपने नौकर की गला दबाकर हत्या कर दी और उसे आत्महत्या दर्शा दिया। इस मामले में मृतक के रिश्तेदारों ने हल्दौर पुलिस को तहरीर दी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। कुछ दिन पहले मृतक की बड़ी बहन किरन देवी ने बिहार से पावटी आकर हल्दौर पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई, जो अनसुनी कर दी गई। इसके बाद मृतक की बहन ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की। आला अधिकारी के आदेश के बाद हल्दौर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन लम्बा समय बीतने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई। बताया गया है कि आरोपी गांव में खुलेआम घूम रहा है, जिससे गांव के लोगों में पुलिस की कार्यशैली को लेकर संदेह हो रहा है।
मृतक की बहन ने बताया कि वह सोमवार को मुरादाबाद जा कर डीआईजी से इस संबंध में मिलेगी। किरन देवी का कहना है कि जब तक उसके भाई के कातिल के खिलाफ कार्यवाही नहीं होगी, बिहार नहीं जाएंगी और और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पर अपने बच्चों के साथ अनशन भूख हड़ताल करेंगी।