पंचायत चुनाव 2021: जीतकर भी नहीं बना पाएंगे सरकार 175 ग्राम प्रधान
दो तिहाई सदस्य होने के बाद ही ले पाएंगे प्रधानी की शपथ। दो माह बाद दोबारा होगा चुनाव, तब तक प्रशासक संभालेंगे।

लखनऊ। कानपुर की 175 ग्राम पंचायतों में चुनाव जीतने के बाद भी नवनिर्वाचित प्रधान शपथ नहीं ले पाएंगे और न ही काम कर पाएंगे। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सामने आया है कि इन पंचायतों में सदस्यों का दो तिहाई का कोरम ही पूरा नहीं हुआ है। इन हालात में प्रशासक ही ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे।
अधिकारियों का कहना है कि दो माह बाद फिर से ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव कराकर कोरम पूरा कराया जाएगा। कानपुर जिले की 590 ग्राम पंचायतों में सदस्य के 7446 पद हैं। इनमें से महज 5045 पदों के लिए ही नामांकन हुए हैं। इसके चलते 175 ग्राम पंचायतों में दो तिहाई सदस्य का कोरम भी पूरा नहीं हो सका है। कोरम पूरा हुए बगैर प्रधान विकास कार्य नहीं करा सकते।
क्या है गणित- जिस ग्राम पंचायत में 11 वार्ड हैं, वहां कम से कम आठ, 13 वार्ड हैं तो नौ और 15 वार्ड हैं तो कम से कम 10 सदस्य अनिवार्य हैं। इस बार 2401 पदों पर नामांकन ही नहीं हुआ है। इतनी बड़ी संख्या में सदस्यों का चुनाव न होना प्रधानों के लिए मुसीबत बन जाएगा।
इसलिए भी है जरूरी- हर ग्राम पंचायत में छह समितियां होती हैं। प्रत्येक समिति में एक-एक ग्राम पंचायत सदस्य शामिल होते हैं। इनकी सहमति और हस्ताक्षर से ही विकास कार्यों की रूपरेखा तैयार होती है।
“जिन ग्राम पंचायतों में सदस्यों की संख्या कम है, वहां दो माह बाद फिर से चुनाव कराना होगा। सदस्यों का कोरम पूरा होने पर ही ग्राम पंचायत को पूर्ण माना जाएगा। इसके बाद 175 ग्राम प्रधानों का शपथ ग्रहण होगा और व विकास कार्य करा सकेंगे।” – कमल किशोर, जिला पंचायतीराज अधिकारी