इस तरह तो खोखली हो जाएगी सोना उगलने वाली जनपद की जमीन। सत्ता, प्रशासन और माफिया के गठजोड़ से हो रहा अवैध खनन! ये तिकड़ी बिजनौर को कर देगी बर्बाद!
बिजनौर। सत्ता, प्रशासन और माफिया का गठजोड़ जनपद की धरती को खोखला करने पर उतारू है। मिट्टी, रेत, बालू, पत्थर आदि के अवैध खनन रोकने के योगी सरकार के दावों के बीच बिजनौर की सोना उगलने वाली धरती को बंजर बनाने का षडयंत्र चल रहा है। शिकायत करने के बावजूद प्रशानिक अफसरों की इस संबंध में हीलाहवाली साबित कर रही है कि मात्र दाल में कुछ काला नहीं है, बल्कि पूरी की पूरी दाल ही काली है। शिकायत के बाद खनन की सरपट दौड़ती गाड़ी पर कुछ समय का ब्रेक और फिर बेतहाशा रफ्तार की वजह से यह मानने का कोई कारण नहीं है कि संलिप्तता बड़े अधिकारियों तक की है।

वैसे तो जनपद में कई स्थानों पर अवैध खनन जोरशोर से चल रहा है, लेकिन यह मामला चांदपुर तहसील के ग्राम करनपुर गांवड़ी व तोहफापुर का है। यहां खेतों में पिछले सप्ताह भर से लगातार जेसीबी, डम्फर के द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है। कोई कार्यवाही न किए जाने से तहसील प्रशासन की संलिप्तता उजागर हो रही है। प्रदेश सरकार लाख प्रयास करे, लेकिन प्रशानिक अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं, इसका जीता जागता उदाहरण अवैध खनन पर कार्यवाही न किए जाने से प्रदर्शित हो रहा है। दरअसल मामला चांदपुर तहसील व हल्दौर थाना क्षेत्र से सम्बन्धित है, जहां पर एक सप्ताह से लगातार अवैध खनन किया जा रहा है। लाख शिकायतों के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। हमारे संवाददाता द्वारा बुधवार रात्रि 8:00 बजे उपजिलाधकारी चांदपुर को इस अवैध खनन के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के बाद शुक्रवार प्रात: काल 8:00 बजे तक कोई कार्यवाही न होने से साबित हो रहा है कि खनन माफिया के हौसले कितने बुलंद हैं।
खनन माफिया को किसकी सरपरस्ती हासिल? विश्वस्त सूत्रों के अनुसार उक्त खनन माफिया के सिर पर सत्तारूढ़ पार्टी के एक दिग्गज का हाथ बताया जा रहा है। अक्सर इस खनन माफिया को उनके इर्दगिर्द देखा जा सकता है। सूत्रों का दावा है कि यह माफिया उनकी व स्थानीय अधिकारियों की अनैतिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने में कभी भी पीछे नहीं हटता। यही कारण है कि छोटे से लेकर बड़े तक स्थानीय अधिकारियों की कृपा का पात्र बन सरकार व पर्यावरण को गहरी चोट पहुंचा रहा है और जनपद का प्रशानिक अमला कुंभकर्णी नींद सो रहा है। माफिया दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है।
दो दिन रुका और फिर शुरू अवैध खनन: कोई कार्रवाई न होते देख अवैध खनन करने वाले माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। शिकायत पर मात्र दिखाने भर को दो दिन से बंद खनन पुन: शुरू हो गया है। जब इस संबंध में उपजिलाधिकारी चांदपुर से बात की गई तो जवाब के बजाय उन्होंने पूछा कि क्या खनन अभी भी चल रहा है!