22 अप्रैल से शुरू होंगे मांगलिक कार्य
आचार्य डॉ प्रदीप द्विवेदी
वरिष्ठ सम्पादक
पूर्व प्रदेश सचिव (UP) – अंतराष्ट्रीय ब्राह्मण संसद, दिल्ली
लखनऊ। बीते 1 माह से रुके मांगलिक कार्यक्रम 22 अप्रैल से एक बार फिर से शुरू होने जा रहे हैं। बीते 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मीन खरमास के चलते सगाई, विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, उपनयन आदि मांगलिक कार्य रुके हुए थे। 14 अप्रैल को सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं, लेकिन शुक्र अस्त रहे। शुभ कार्यों के मुहूर्त तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शुक्र का शनिवार को शाम 7:13 पर उदय हो गया है। शुक्र मेष राशि में गोचर करते हुए पश्चिम दिशा में उदय हुए। विवाह मुहूर्त में गुरु और शुक्र अस्त का भी विचार किया जाता है। दोनों ग्रहों का शुभ विवाह के लिए उदय होना आवश्यक है। इसलिए अब शुक्र के उदय होने के 4 दिन बाद मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे। 22 अप्रैल से विवाह का सही मुहूर्त बन रहा है। 22 अप्रैल से शुरू यह मुहूर्त 15 जुलाई तक बना रहेगा। उसके बाद 20 जुलाई से देव शयनी एकादशी से चातुर्मास प्रारंभ होकर 15 नवंबर तक रहेगा। इस बीच भी विवाह संबंधी मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकेंगे। वहीं 20 नवंबर से 13 दिसंबर तक एक बार फिर से शुभ विवाह का योग बन रहा है। वर्ष 2021 में शुभ विवाह के कुल 62 मुहूर्त हैं।
शुभ विवाह मुहूर्त
अप्रैल – 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28, 29, 30
मई – 1, 2, 7, 12, 13, 14, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 26, 27 28, 29, 30
जून – 3, 4, 5, 11, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22
जुलाई – 2, 7, 12, 13, 15
नवंबर – 20, 26, 27, 28, 29, और 30
दिसम्बर – 1, 2, 5, 7, 12, और 13