बिजनौर जिले में कोरोना का महा विस्फोट। एक दिन में 324 मरीज निकले कोरोना पॉजिटिव। नजीबाबाद में 36 मरीज। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय कुमार यादव ने की पुष्टि।

जनपद में कोरोना संक्रमित केस मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 324 नए केस सामने आए हैं।
जिले में नए कोरोना संक्रमितों की संख्या बुधवार को 324 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार कुल 2379 सैम्पल रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 2055 निगेटिव निकले। अब तक 429949 सैम्पल लिये जा चुके हैं। 426883 की रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं। प्रतीक्षारत रिपोर्ट की संख्या 3066 है। अब तक 420340 निगेटिव प्राप्त हुई हैं, जबकि पॉजिटिव रिपोर्ट की संख्या 6543 पर पहुंच गई है। चिकित्सा के उपरांत डिस्चार्ज किये गये लोगों की संख्या 4839 है। अब तक कुल 69 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। जिले में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 1635 हो गई है।
जजी फिर 2 दिन के लिए बंद
बिजनौर। जनपद एवं सत्र न्यायालय बिजनौर में अदालत के बाबू कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर जजी को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है। जनपद न्यायाधीश श्रीमती जयश्री आहूजा ने डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन अध्यक्ष अजित पवार एवं सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल एडवोकेट के साथ वार्ता के बाद 2 दिन के लिए ( 22 और 23 अप्रैल 2021) जजी को सैनिटाइज करने हेतु बंद रखने का निर्णय लिया।
597 का चालान कर वसूले ₹ 4 लाख 59 हजार बिजनौर। कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु पुलिस अधीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह के निर्देशन में बिना मास्क घूमने वालों के विरूद्ध चलाया जा रहा अभियान बुधवार को भी जारी रहा। 21 अप्रैल 2021 को जनपदीय पुलिस ने बिना मास्क घूम रहे 597 व्यक्तियों का चालान कर चार लाख उनसठ हजार चार सौ रुपए (4,59,400/-) का जुर्माना वसूला।








लोगों को मानना नहीं, पुलिस को होना पड़ा सख्त बिजनौर। कोरोना संक्रमण की दूसरी खतरनाक लहर विश्व, देश व प्रदेश में क्या कहर बरपा रही है, इससे लोगों को कोई लेना देना नहीं है। अधिकांश लोगों को अभी भी फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिग जैसे शब्द बहुत बुरे ही लगते हैं। इसी कारण पुलिस को मजबूर होकर सख्त रवैया अपनाना पड़ा। रात्रि कर्फ्यू के आदेश के मद्देनजर बुधवार को देर शाम 8 बजे की निर्धारित समय सीमा के दौरान पुलिस कर्मी सड़कों पर निकले। देखते ही अफरातफरी मच गई। सड़कों किनारे खड़े ठेले वालों में जहां भागने की प्रतियोगिता शुरू हो गई, वहीं खुली दुकानों के शटर भी धड़ाधड़ गिरने लगे।