
लॉक डाउन के कारण सब्जी मंडी में रही ग्राहकों की कमी
बिजनौर। दो दिन के लिए जारी लॉक डाउन के पहले दिन शनिवार को ग्राहकों के पहुंचने की वजह से कृषि उत्पादन मंडी समिति नजीबाबाद में ग्राहकों का टोटा रहा। मंडी में सब्जियों के ढेर लगे रहे। खरीददार न होने के कारण कारोबारियों को सब्जियां आधे दामों पर बेचने को मजबूर होना पड़ा।
दो दिवसीय लॉक डाउन के पहले दिन का असर कृषि उत्पादन मंडी समिति में फल व सब्जी के आढ़तियों पर दिखाई दिया। अनवार अहमद ने बताया कि मंडी में सब्जियों के ढ़ेर लगे हुए हैं लेकिन सुबह से ही खरीददारों के इंतजार में बैठे हैं। सब्जी व फलों के लिए खरीददारों का टोटा होने के कारण आधे से भी कम दामों पर न रूक पाने वाली हरी सब्जियों को निपटाना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि पहाड़ पर सब्जियों की सप्लाई किए जाने को वाहन भी लोड नहीं हो पाए। पहाड़ पर प्रतिदिन सैकड़ों गाडियां सब्जी जाती हैं, जो लॉक डाउन के चलते नहीं जा सकीं। वहीं सडक़ों पर ठेले लगाने वाले सब्जी व फल विक्रेताओं की भी मंडी में आमद कम रही। सब्जी का उठान नहीं होने के कारण मंडी के कारोबारी सब्जी आधे दामों पर बेचने को मजबूर हैं लेकिन इसके बावजूद खरीददार नहीं है। आढ़ती मकसूद ने बताया कि रेहड़ी ठेली लगाने वाले पहले दिन ही डेढ़ गुना माल खरीदकर ले जा चुके हैं। जिनका माल बिकने से बचा हुआ है, उन्हीं लोगों ने फेरी की है।
काफी गिर गए सब्जियों के दाम: शनिवार को सब्जियों के थोक भाव पहले के मुकाबले बहुत गिर गए। मुकर्रम बताते हैं कि शुक्रवार को 35 रुपए प्रति किलो बिकी रही भिण्डी 20 रूपये पहुंच गयी। खीरा आठ रुपए से तीन-चार रुपए प्रति किलो के भाव पर बिका। मिर्ची 150 रुपए प्रति पांच किलो से गिर कर 60 रुपए पहुंच गयी। लौकी के दाम आठ रुपए प्रति किलो से घटकर पांच रुपए प्रति किलो करने पर भी बिक्री नहीं है। बैंगन पांच रुपए किलो तक बिक गया। टमाटर के दाम 10 रुपए प्रति किलो के मुकाबले पांच रुपए प्रति किलो कर दिए जाने पर भी बिकवाली नहीं है। करीब-करीब यही हाल और सब्जियों का भी हो रहा है।