रेमडेसिविर, ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ठगी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी। कोरोना संक्रमण के दौर में एक एक सांस के लिए जूझते लोगों को ठगने से भी नहीं हिचक रहे ठग।

लखनऊ। राजधानी के एलडीए कॉलोनी निवासी आशुतोष के संक्रमित रिश्तेदार भर्ती हैं। गुरुवार को डॉक्टर ने रेमडेसिविर का इंतजाम करने को कहा। आशुतोष ने गूगल पर सर्च किया तो कंपनी व उसका फोन नंबर मिला। उस पर बात की तो छह इंजेक्शन के 30 हजार रुपए बताए गए। इस पर आशुतोष ने छह इंजेक्शन के लिए बताए बैंक अकाउंट में रकम ट्रांसफर कर दी। इसके बाद न तो इंजेक्शन मिले और न ही उस मोबाइल नंबर पर बात हो सकी।

इसी प्रकार केशवनगर निवासी नदीम के बुजुर्ग पिता संक्रमित हैं। पिता का ऑक्सीजन लेवल कम होने पर डॉक्टर से बात की तो घर में ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम करने को कहा गया। इस पर ओएलएक्स पर सर्च किया तो 20 हजार रुपए में एक ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था हो गई। नदीम ने बताए गए नंबर पर कॉल की। सौदा तय होने पर नदीम ने उक्त नंबर पर बताए गए खाते में रकम ट्रांसफर कर दी मगर न तो ऑक्सीजन सिलेंडर मिला और न ही अब उस नंबर पर बात हो पा रही है।
नकली इंजेक्शन का धंधा भी जोरों पर: विपदा की इस घड़ी में नकली इंजेक्शन व दवाओं के कारोबार में भी तेजी आ गई है। लखनऊ पुलिस ने अमीनाबाद इलाके से रेमडेसिविर के 10 हजार से अधिक नकली इंजेक्शन बरामद किए। इसके अलावा कोविड के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली नकली दवाइयां भी बड़ी मात्रा में मिली हैं। पुलिस ने इस संबंध में चार लोगों को हिरासत में लिया है। मॉल एवन्यू निवासी विपुल वैभव गौतम के दोस्त को रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दिए नंबर पर गुरुवार रात आठ बजे रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए फोन किया। फोन पर आमिर अब्बास नाम के युवक ने तीन हजार रुपए में छह इंजेक्शन देने की बात कही। विपुल इंजेक्शन लेने अमीनाबाद स्थित प्रकाश कुल्फी के पास पहुंचे। आमिर ने उन्हें 6 इंजेक्शन थमाए। वॉयल पर स्पेलिंग गलत देख उन्हें शक हुआ तो विपुल ने फोटो खींचकर अपने डॉक्टर सुलभ ग्रोवर को वॉट्सऐप किया। डॉक्टर ने बताया कि इंजेक्शन गड़बड़ है। विपुल ने उसे बातों में उलझाकर 11 इंजेक्शन और मांगे। युवक बाइक की डिग्गी से इंजेक्शन निकालने लगा। इस बीच विपुल ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने आमिर को दबोच कर पूछताछ शुरू कर दी। उसने इंजेक्शन के नकली होने की बात स्वीकार कर ली।आमिर की निशानदेही पर पुलिस ने अमीनाबाद के एक घर में छापेमारी कर रेमडेसिविर इंजेक्शन की 11 पेटियां बरामद कीं। इनमें 10 हजार से अधिक इंजेक्शन रखे थे। इसके अलावा फ्लू व कोविड के इलाज में इस्तेमाल होने वाली नकली दवाइयां सहित अन्य सामान भी बरामद किया गया है। अमीनाबाद एसएचओ अलोक कुमार राय का कहना है कि हिरासत में लिए सभी आरोपितों से पूछताछ के बाद गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।