नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। वहीं नीति आयोग के ताजा अनुमान के अनुसार अगले एक हफ्ते में यूपी कोरोना संक्रमण के मामलों में महाराष्ट्र को काफी पीछे छोड़ सकता है। आयोग ने कहा है कि 30 अप्रैल के बाद उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन करीब 1 लाख 19 हजार 604 नए मामले सामने आ सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो उत्तर प्रदेश में रोजाना 16 हजार 752 ऑक्सीजन सिलेंडर और 3081 आईसीयू बेड की आवश्यकता होगी।

पीएम और 10 राज्यों के सीएम के साथ हुई बैठक में यह अनुमान नीति आयोग ने जारी किया है। बैठक में नीति आयोग ने आने वाले पीक टाइम पर चिंता जाहिर की है। माना जा रहा है कि दूसरे स्टेज का पीक टाइम 11 से 15 मई के बीच चरम पर होगा। इस दौरान देश में कोरोना की दैनिक संख्या 5 लाख तक पहुंचने की संभावना है। वहीं संक्रमण की रफ्तार जून-जुलाई तक कम होने की संभावना जताई गई है। नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य व कोविड-19 टास्क फोर्स के अध्यक्ष वीके पॉल की अगुवाई वाले पैनल ने अनुमान लगाया है कि बड़ी आबादी वाले राज्य ज्यादा जोखिम में हैं। आयोग ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि इन राज्यों में सेहत से जुड़ा बुनियादी ढांचा मौजूदा गंभीर हालात से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। इसके अलावा कहा गया कि अस्पतालों की सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। ऑक्सीजन टैंकरों की आवाजाही के लिए रेलवे और एयरफोर्स को तैनात किया गया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्यों से सख्ती की जाए और आवश्यक दवाइयों की ब्लैक मार्केटिंग को लेकर कड़ाई होनी चाहिए।