नई दिल्ली। बिहार के सिवान से सांसद रहे मोहम्मद शहाबुद्दीन की कोरोना वायरस के चलते मौत की खबर को तिहाड़ जेल प्रशासन ने अफवाह करार दिया है। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर जेल प्रशासन ने कहा कि पूर्व सांसद की हालत गंभीर है, उनका इलाज दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में चल रहा है। शनिवार सुबह से ही बिहार के बाहुबली नेता की कोरोना के कारण मौत की खबरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही थीं। वहीं समाचार एजेंसी ANI ने अपने पूर्व के ट्वीट को डिलीट करते हुए कहा कि सूचनाएं पारिवारिक व पार्टी सूत्रों पर आधारित थीं। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अभी भी मौत का दावा किया जा रहा है।

दिल्ली की तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे शहाबुद्दीन का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद मोहम्मद शहाबुद्दीन को चिकित्सीय निगरानी और समुचित इलाज मुहैया कराने के लिए दिल्ली सरकार और तिहाड़ जेल प्रशासन को निर्देश दिया था। पिछले मंगलवार की रात उन्हें कोरोना पॉजिटिव होने के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
दो बार विधानसभा सदस्य और चार बार सांसद रह चुके शहाबुद्दीन के खिलाफ तीन दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। तिहाड़ जेल में शिफ्ट किए जाने से पहले उसने बिहार की भागलपुर जेल और सीवान जेल में भी काफी वक्त काटा है। साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने उसे सीवान से दिल्ली की तिहाड़ जेल ट्रांसफर करने का आदेश दिया था।
शहाबुद्दीन का नाम सबसे अधिक सुर्खियों में सबसे अधिक तब आया था, जब उसने दो भाइयों को तेजाब से नहला कर जिंदा जला दिया था। वैसे, इससे पहले लेफ्ट और बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ खूनी मारपीट के चलते वह चर्चा में आया था। यह बात अस्सी के दशक के आसपास की है। आलम यह था कि उसका नाम ही शाबू-AK 47 पड़ गया था। 1986 में जिस हुसैनगंज थाने में इसके खिलाफ पहला केस हुआ था, वहीं यह ए कैटेगरी का हिस्ट्रीशीटर (कभी न सुधरने वाला अपराधी) था।
15 फरवरी 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बिहार की सीवान जेल से तिहाड़ लाने का आदेश दिया था। जेल के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि तिहाड़ में तीन ऐसे कैदी (शहाबुद्दीन, छोटा राजन और नीरज बवाना) हैं जिनको अलग-अलग बैरकों में अकेला रखा गया है। इनका किसी से भी मिलना-जुलना नहीं होता है। पिछले 20-25 दिनों से इनके परिजनों को भी इन कैदियों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। इन सबके बावजूद शहाबुद्दीन कैसे कोरोना संक्रमित हो गया, ये चिंता करने की बात है।