
लखनऊ। यूपी के गोंडा में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान एक दिलचस्प मामला हुआ। पंडरी कृपाल ब्लॉक के खैरा गांव के प्रधान पद के उम्मीदवारों को एक बराबर वोट आया तो टॉस प्रक्रिया की गई और हवा में उछलकर जमीन पर गिर सिक्का घास में सीधा खड़ा हो गया। इस प्रक्रिया में जब नतीजे नहीं सामने आए तो पर्ची निकालकर चुनावी भाग्य का फैसला किया गया। दोनों प्रधान समर्थकों ने विवाद उत्पन्न करने का प्रयास किया, मौके पर पहुंची पुलिस उपद्रवियों को कोतवाली ले गई।

जिला निर्वाचन अधिकारी के संज्ञान में आने पर उनके निर्देश पर दोनों प्रत्याशियों के बीच पहले सिक्का उछाला गया तो सिक्का घास में खड़ा हो गया। उसके बाद लॉटरी निकाली गई, जिसमें पूनम पाठक आखिरकार विजई घोषित हुईं। इस जीत से पूनम पाठक के भाग्य का फैसला हुआ और वो प्रधान चुनी गईं।
कैसे हुआ जीत का फैसला-गोंडा जिले में पंडरी कृपाल विकासखंड के खैरा गांव से प्रधान पद की प्रत्याशी पूनम पाठक व जामवंत देवी के बीच कांटे की टक्कर हुई। दोनों प्रत्यशियों को 607-607 वोट मिले। इसके बाद दोनों के बीच वोटों की गिनती टाई होने पर दोनों पक्ष के समर्थकों ने आमने-सामने आकर हंगामा शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने समर्थकों को हटाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित समर्थक पुलिस से ही भिड़ने लगे। पुलिस ने प्रदर्शनकारी और हंगामा काट रहे 14 लोगों को हिरासत में ले लिया। उसके बाद सिक्का उछाला गया तो सिक्का घास में खड़ा हो गया। फिर जिला निर्वाचन अधिकारी मार्कण्डेय शाही के निर्देश पर पर्ची निकाल कर प्रधान के भाग्य का फैसला हुआ, जिसमें पूनम पाठक को जीत हासिल हुई।