
हारने वाले पक्ष के हमले में विजयी पक्ष की महिला की मौत। ग्रामीणों ने शव सडक़ पर रख कर लगाया जाम।
बिजनौर। हल्दौर थाना क्षेत्र में चुनाव हारने वाले पक्ष ने जीतने वाले पक्ष के समर्थक के घर पर गुरुवार रात हमला कर दिया। घटना में एक महिला की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह परिजनों व ग्रामीणों ने मृतका का शव थाने के सामने सड़क पर रख कर नहटौर-हल्दौर हाइवे जाम कर दिया।
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम कड़ापुर में बीती रात प्रधानी के चुनाव को लेकर दो पक्षो में जमकर लाठी-डंडे चले जिसमें हारने वाले के हमले से एक महिला की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन के करीब घायल हो गये। उल्लेखनीय है ग्राम कड़ापुर से विनीत ग्राम प्रधान निर्वाचित हुआ है। उसने अपने प्रतिद्वंद्वी विपिन उर्फ पप्पू को हरा कर जीत हासिल की है। हारने के बाद से पप्पू विनीत से रंजिश रख रहा था। आरोप है कि बीती रात लगभग नौ बजे पप्पू ने जीते हुए प्रधान के समर्थकों धर्मेंद्र पुत्र नौबहार, विपिन पुत्र धर्मेंद, ब्रह्म सिंह पुत्र डालू सिंह, कोशेन्द्र पुत्र ब्रह्म सिंह व योगेन्द्र पुत्र भीष्म को घेर कर लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। झगड़े की सूचना पर सविता देवी (50 वर्ष) पत्नी भीष्म सिंह मौके पर पहुंची और बीच-बचाव करने लगी। यह भी आरोप है कि उसके ऊपर भी हमला कर दिया गया, जिसमें वो गम्भीर रूप से घायल हो गई। गंभीर अवस्था में परिजन उसे लेकर बिजनौर पहुंचे, गंभीर हालत में मेरठ रेफर किया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की सूचना देने के बावजूद स्थानीय पुलिस घण्टों बाद पहुची और आरोपियों को पकड़ लिया मगर हलके में तैनात एक सिपाही ने पकड़े गये आरोपियों को छोड़ दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। इससे रुष्ट होकर ग्रामीण शुकवार सुबह मृतका का शव थाने लेकर पहुचे और नहटौर-हल्दौर मार्ग पर थाने के सामने हाइवे जाम कर दिया। जाम लगने से हाइवे के दोनों और वाहनों की कतार लग गई। ग्रामीणों का कहना था कि सभी आरोपितों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो और आरोपितों को छोडऩे वाले सिपाही के खिलाफ कार्यवाही हो। जाम की सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉ. गणेश कुमार गुप्ता मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को उचित कार्यवाही कराने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
हिंसा के मामले बढ़े- पिछले एक सप्ताह में चुनावी रंजिश को लेकर एक दर्जन से ज्यादा हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं। एक दिन पहले ही हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव बल्दिया में नए ग्राम प्रधान पर जानलेवा हमला किया गया। वहीं स्योहारा में भी तीन दिन पहले चुनावी रंजिश के चलते हत्या हुई।