
भीड़ की शक्ल में खड़े लोगों को नहीं कोरोना का खतरा
बिजनौर/नजीबाबाद। कोरोना संक्रमण के देशभर में लगातार बढ़ते प्रभाव के चलते हो रही मौतों को देखते हुए सरकार की ओर से कोरोना से बचाव को घर में रहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और हर संभव बचाव के उपाय अपनाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हुए हैं। इसके बावजूद कुछ लोग कोरोना के खौफ से बेपरवाह सडक़ों पर अकारण घूमकर कोरोना संक्रमण को दावत देने पर तुले हुए हैं।
तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण से रोजाना कितने ही लोग काल के गाल में समा रहे हैं। कहीं अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, कहीं बिना इलाज के लोग दम तोड़ रहे हैं। जबकि अधिक संक्रमित लोग बेहतर इलाज के बावजूद जान गंवा रहे हैं। इसके बावजूद विभिन्न बाजारों व मोहल्लों में सडक़ों पर बेखौफ घूमने वाले लोग शायद इस बात को न समझने पर ही उतारु हैं। उनके क्रियाकलापों से लगता है कि मानों उन्हें कोरोना संक्रमण के खतरे का कोई डर ही नहीं है। नजीबाबाद के अजमल खां रोड पर अपराह्न एक बजे सडक़ पर दौड़ रहे वाहन व खरीददारी करने वाले लोगों के बीच ऐसे भी लोग देखे गए जो कहते नजर आए कि कोरोना से क्या डरना जब मौत आनी होगी तो कोई रोक नहीं पाएगा। कोरोना वोरोना तो बस सरकार की चालबाजी है। अब इन्हें कौन बताए कि देश के क्या हालात हैं? इस महामारी के चलते लोग किस मुश्किल से गुजर रहे हैं? दवाओं, ऑक्सीजन व अन्य सुविधाओं के अभाव में लोग किस कदर मजबूर और लाचार हैं?