
वरिष्ठ सपा नेता अमर सिंह ने कोरोना काल के चलते प्रदेश और देश वासियों के नाम दिया एक संदेश
लखनऊ। समस्त साथियों भाइयों बहनों एवं देशवासियों जो साथी मेरे दिल के करीब हैं, मैं उनसे देश और प्रदेश में फैली कोरोना की महामारी के विषय में चर्चा करना चाहता हूं लेकिन इस दौर में जब चारों तरफ त्रासदी का हाहाकार फैला हुआ है समझ नहीं पा रहा हूं कि अपनी बात को कहां से और किस तरह से शुरू करूं।
देश में कोरोना महामारी को फैले 1 वर्ष 5 माह हो गए 2020 में सैकड़ों वैज्ञानिकों, शोध कर्ताओं की तरह तरह की बयानबाज़ी में कहा गया कि इसका असर वृद्धों पर होगा। इसी तरीके से हंसी ठिठोली करके lockdown में भूखे पेट रह कर पैदल चल कर तमाम लोगों ने अपनी जान गंवा दी। बड़बोले नेताओं के द्वारा ताली और थाली बजवा कर गाय का गोबर खिला कर, गौ मूत्र पिला कर, गौशाला में कोरोना के मरीज को ठीक करने जैसी तमाम विधियां देश के लोगों द्वारा आजमाई गई और 2020 का समय समाप्त हुआ। 2021 में कोरोना काल के दूसरे और तीसरे चरण का नंबर आया 2020 के कहर को देखते हुए भी सरकार के द्वारा अस्पताल, दवाई, डॉक्टर एवं तमाम चिकित्सा के संसाधनों के इंतजामात नहीं किए गए। 2021 भयावह रहा, दूसरी लहर आयी, अभी तीसरी बाकी है मात्र सुन कर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। देश और प्रदेश का शासन एवं प्रशासन आंकड़ों की बाजीगरी में फंसा हुआ है। धरातल पर देश और प्रदेश की जनता जो सच्चाई देख रही है, उसकी तस्वीर बडी ही भयावह है। दूसरे चरण और तीसरे चरण में जवान और बच्चो के उपर कोरोना की लहर का प्रकोप बताया जा रहा है, जो अत्यंत दुखदाई है। फ़ेसबुक के समस्त साथियों एवं देशवासियों से हमारी विनती है कि लोग टीवी, अख़बार का इस्तेमाल कम से कम करें क्योंकि कोरोना का टेंशन जब दिमाग में घुसता है तो ऑक्सीजन लेवल डाउन करते हुए ब्लड प्रेशर डाउन करता है। आदमी हॉस्पिटल की तरफ भागता है। ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मारामारी करता है। डॉक्टर का इंतजाम नहीं हो पाता है। उनके परिजन दौड़ दौड़ कर रात दिन एक कर देते हैं, इसी सुविधा के भाव में मरीज का स्वर्गवास हो जाता है। इन तमाम आधी अधूरी चिकित्सा सुविधाओं से गुजरते हुए लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हम पुनः सब से हाथ जोड़ कर विनती करते हैं कि प्रत्येक घर में घरेलू उपचार के तौर पर देशी औषधियां प्रयोग में लाते रहें। समस्त औषधियां, जिसमें 4 -6 जड़ी बूटियों का काढ़ा (गिलोय, तुलसी पत्ती, दालचीनी, लौंग, कालीमिर्च)
रात में सोते वक़्त 1 गिलास हल्दी का दूध, एक टाइम दिन में कालीमिर्च पाउडर, अदरक का जूस, शहद एक – एक चम्मच सुबह दोपहर शाम गरम पानी (बाकी टाइम नॉर्मल) एक टाइम भाप 5 मिनट, 3 टाइम पेट भर भोजन, पेट खाली ना रहे। ये सिलसिला सभी लोग घर परिवार में जारी रखें। सरकार द्वारा जारी किए गए covid-19 के निर्देशों का पालन अनुपालन करते हुए सादगी के साथ अपना जीवनयापन करें। हमें उम्मीद है कि घर में देशी उपचार समय पर लेते रहने से शरीर पर आयी हुई छोटी मोटी व्याधियां घर में ही समाप्त हो जाएंगी। आप ये सोच कर चलें कि हम सभी कोरोना पॉजिटिव हैं, घरेलू उपचार लेते रहें, बीमारी आने का इंतज़ार ना करें, ऐसा ना करने पर हॉस्पिटल जाने का नंबर आ सकता है। हॉस्पिटल जाने के बाद क्या होता है, ये बताने की आवश्यकता नहीं। सभी लोग अपना अपना बचाव करें। स्वस्थ रहैं, जीवन बना रहेगा तो मिलना जुलना आना जाना लगा रहेगा। गर्दिश के दिन बीत जाएंगे, फिर वही खुशहाली देखने को मिलेगी। बात अगर अच्छी लगी हो तो अपना लेना,नहीं तो कूड़े के ढेर में फेंक देना। -अमर सिंह यादव
वरिष्ठ सपा नेता