
किसान आंदोलन के छह माह पूर्ण होने पर आज 26 मई को धिक्कार दिवस के रूप में मना रही है राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन
लखनऊ। 26 मई को किसान आंदोलन के 6 माह पूरे होने पर इस दिन को राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन धिक्कार दिवस के रूप में मना रही है। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीय संयोजक रामनिवास यादव ने बताया कि छह माह से चल रहा आंदोलन नकली किसानों का आंदोलन है। असली किसान आज भी अपने खेतों में अपना काम कर रहे हैं तथा फसल उगा रहे हैं, जिसकी वजह से देश में पिछली बार से ज़्यादा फ़सल इस बार हुई है। नकली किसानों द्वारा बॉर्डर पर तथा उसके आसपास अराजकता फैलाई जा रही है। बलात्कार हत्याएं की जा रही हैं तथा सरकार विरोधी काम किए जा रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि इस दिन को हर किसान एवं भारतवासी धिक्कार दिवस के रूप में हमेशा याद रखेंगे कि कैसे नक़ली किसान विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के पैसे पर बिरयानी और पनीर की दावत उड़ा रहे हैं और सरकार एवं किसान विरोधी काम कर रहे हैं, जिससे देश का किसान बदनाम हो रहा है। इनके किसान विरोधी एवं देश विनरोधी कृत्य से पूरी दुनिया में देश की बदनामी हो रही है। आज जब कोरोना जैसी महामारी से देश संघर्ष कर रहा है तब किसान आंदोलन एवं काला दिवस के नाम पर इस जंग में व्यवधान डालने का काम कर रहें हैं। देश की जनता एवं किसान इन्हें कभी माफ़ नहीं करेंगे। असली किसान सरकार द्वारा जारी नीतियों का फायदा लेकर अपनी खेती कर रहा है, जिससे खेतों में फसल लहलहा रही है परंतु दलाल परेशान हैं।