रोचक हुआ काकोरी ब्लाक प्रमुख चुनाव
भाजपा की सम्भावित प्रत्याशी नीतू यादव व कमलेश यादव के बीच कड़ी टक्कर।

लखनऊ। विकास खंड काकोरी में ब्लाक प्रमुख चुनाव पद पर मुकाबला दिन प्रति दिन लगातार रोमांचक होता जा रहा है। काकोरी ब्लाक प्रमुख पद के लिए मुख्य रूप से तीन प्रत्याशी मैदान ए जंग में है। काकोरी ब्लॉक प्रमुख का पद इस बार पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित है।ब्लॉक में कुल 56 क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं। जीत के लिए 29 क्षेत्र पंचायत सदस्यों का समर्थन चाहिए, जिसके पास यह संख्या पूरी होगी उसकी विजय सुनिश्चित है।
समाजवादी पार्टी ने रेखा यादव को चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस और बसपा ने किसी को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया है। वहीं भाजपा से टिकट की रेस में दो दावेदार है। इनमें पूर्व जिला पंचायत सदस्य लल्लू यादव की पत्नी पूर्व ब्लाक प्रमुख नीतू यादव और पूर्व ग्राम प्रधान रमेश चंद्र यादव की पत्नी कमलेश यादव शामिल है।

कमलेश यादव काकोरी के पूर्व जेष्ठ उप प्रमुख एवं पूर्व सपा के जिला उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह यादव की माता हैं। कमलेश यादव पिछली बार सपा से जिला पंचायत सदस्य बनी थी और इस बार भाजपा के जिला उपाध्यक्ष हंसराज लोधी की पत्नी को चुनाव हराकर क्षेत्र पंचायत सदस्य बनी हैं।कमलेश यादव की बहू रेनू यादव भी भाजपा नेता की पत्नी को चुनाव हराकर बीडीसी सदस्य बनी हैं। सपा सरकार में कमलेश यादव के बेटे धर्मेन्द्र सिंह का क्षेत्र में जलजला था और सरकारी गनर लेकर चलते थे।

वहीं नीतू यादव इससे पहले बीएसपी सरकार में निर्विरोध निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ब्लाक प्रमुख बनी थीं। उस समय की वर्तमान ब्लाक प्रमुख सुमन यादव के पति पूर्व ब्लाक प्रमुख रूप नारायण यादव को बसपा ने प्रत्याशी बनाया था, लेकिन रूप नारायण यादव ने अपना नामांकन नहीं किया था। इस कारण नीतू यादव निर्विरोध ब्लाक प्रमुख बन गईं थीं। बताया जाता है कि सपा प्रत्याशी रेखा यादव क्षेत्र में कहीं भी जनसंपर्क करती नजर नहीं आ रही हैं। वह सिर्फ कागजों पर चुनाव लड़ती नजर आती हैं, जबकि भाजपा से दावेदारी करने वाली नीतू यादव और कमलेश यादव के पक्ष में अधिकांश नवनिर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्य एवं प्रधान चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।राजनीति के जानकारों की मानें तो काकोरी ब्लाक प्रमुख का चुनाव पूर्व ब्लाक प्रमुख नीतू यादव के पक्ष में इस बार भी जाता दिख रहा है, क्योंकि नीतू यादव के पति ने एमएलसी, लोकसभा व विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में खुलकर चुनाव प्रचार किया है। इस वजह से अधिकांश क्षेत्रीय एवं जिला स्तरीय भाजपा संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता नीतू यादव के पक्ष में खड़े दिखाई दे रहे हैं। बताया गया है कि नीतू यादव ने अपने चुनाव की कमान एक षड्यंत्र के तहत पति के जेल जाने के बाद सम्भाल ली है। साथ ही उनके चुनाव की कमान भाजपा नेता काकोरी के पूर्व ब्लाक प्रमुख कुँवर रामविलास रावत, भाजपा सांसद कौशल किशोर के अति करीबी भाजपा नेता पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेश कुमार यादव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य लल्लू यादव आदि चुनाव का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं कमलेश यादव के चुनाव की कमान उनके बेटे पूर्व जेष्ठ उप ब्लाक प्रमुख धर्मेन्द्र सिंह यादव, पूर्व जिला मंत्री भाजपा ज्ञानेंद्र सिंह चौहान उर्फ ज्ञान सिंह, भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक (राजनैतिक) के प्रदेश अध्यक्ष मनीष यादव सहित आदि ने सम्भाल रखी हैं।
कुल मिलाकर भाजपा नीतू यादव व कमलेश यादव में से किसको अपना प्रत्याशी बनाती है, यह अभी भविष्य के गर्भ में हैं, लेकिन काकोरी ब्लाक प्रमुख का चुनाव रोचक होता जा रहा है। चुनाव भी इन्हीं दोनों प्रत्याशियों के मध्य सिमट चुका है, लेकिन यहां के चुनाव पर हर एक की नजर गड़ी हुई हैं।