बसपा के कद्दावर नेता गौहर इकबाल ने छोड़ा बसपा का साथ। थामा रालोद का दामन। पैसे लेकर टिकट बांटने का लगाया आरोप।

बिजनौर। विधानसभा क्षेत्र नूरपुर के गांव मझोला बिल्लौच निवासी बसपा के कद्दावर नेता एवं पूर्व बसपा प्रत्याशी गौहर इकबाल ने बहुजन समाज पार्टी को अलविदा कह दिया है। गौहर इकबाल ने राष्ट्रीय लोक दल का दामन थाम लिया है। गौहर इक़बाल ने बहुजन समाज पार्टी पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि बसपा पैसे लेकर टिकट देने का काम कर रही है। इसलिए पार्टी का जनाधार लगातार घटता जा रहा है।
बसपा ने खोया मजबूत मुस्लिम चेहरा- गौहर इकबाल बसपा में एक मजबूत मुस्लिम चेहरा थे। उन्होंने जिले से लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश तक में बसपा में रहकर कई मंडलों में काम किया। मुस्लिम भाईचारा कमेटी में कई साल तक बसपा को मजबूत करने का काम किया। वहीं 2012 में महान दल से विधानसभा का चुनाव लड़ा। उसके बाद बसपा में शामिल हुए और 2017 में नूरपुर विधानसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, मगर बदकिस्मती से चुनाव हार गए। तब से वह लगातार बसपा के लिए दिन रात काम करते रहे। आरोप है कि पार्टी के बड़े नेता हर मोड़ पर गौहर इकबाल इकबाल को नजरअंदाज करते हुए नजर आए। काफी दिनों से बसपा की जिला कमेटी की बैठक में उनकी गैरमौजूदगी देखने को मिली। वह लगातार बसपा में घुटन महसूस करते नजर आ रहे थे।
बड़े नेता लगातार बना रहे दूरी- राजनैतिक जानकारों का कहना है कि 2017 के चुनाव के बाद से बसपा में लगातार बड़े नेताओं का पार्टी से दूरी बनाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार पार्टी टूटती हुई नजर आ रही है। वहीं जिला पंचायत चुनाव में बसपा पूरे जिले में सिर्फ और सिर्फ पांच प्रत्याशी जिताने में कामयाब हो सकी। संभवत: कुछ इन्हीं कारणों से गौहर इकबाल ने बसपा को अलविदा कहते हुए किसानों के मसीहा स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल का दामन थाम लिया।
रालोद को मिलेगी मजबूती: जयंत चौधरी- रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने गौहर इकबाल को पार्टी की सदस्यता दिलाई। जयंत चौधरी ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में गौहर इकबाल के आने से रालोद को मजबूती मिलेगी। विश्वास दिलाते हुए कहा कि पार्टी में पूरी तरह से मान सम्मान दिलाने का काम किया जाएगा, क्योंकि राष्ट्रीय लोक दल गरीबों, किसानों, सर्व समाज की पार्टी है। किसी के साथ भेदभाव, जाति बिरादरी, हिंदू मुसलमानों की राजनीति नहीं करती। जिले में रालोद को पहले से भी ज्यादा मजबूत किया जाएगा। आने वाली 21 तारीख को उनके निवास पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय लोकदल की सदस्यता दिलाई जाएगी।