
बिजनौर। 01 से 07 जुलाई,21 तक संचालित वन महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा विदुर की तपस्थली में पौध रोपित कर किया गया। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व मीडिया कर्मियों ने पौध रोपण किया।
महात्मा विदुर की तपस्थली से पौधारोपण शुरू करने का उद्देश्य- कार्यक्रम का शुभारम्भ महात्मा विदुर की तपस्थली से करने का उद्देश्य यह है कि यह कार्य पूरी सफलता के साथ सम्पन्न हो और जिले के आम नागरिकों सहित पर्यावरण की सुरक्षा के दृष्टिगत सभी जीव-जंतुओं को भी इसका लाभ प्राप्त हो। भारत सरकार द्वारा इस तपस्थली की पौराणिक एवं धार्मिक महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए विदुर कुटी को राष्ट्र के शीर्ष स्थलों में घोषित करते हुए उसके संरक्षण एवं विकास के लिए निर्देशित किया गया है। विदुर कुटी गंगा के किनारे स्थित होने के कारण इसका धार्मिक महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस क्षेत्र में पानी और वन सम्पदा होने के कारण वृक्षारोपण कार्यक्रम की सफलता की प्रबल सम्भावना है। बिजनौर में मनोरंजन के हर वह अवसर मौजूद हैं, जिनके दर्शन और उनका आनन्द लेने के लिए लोग हजारों मील का सफर करते हैं, इसके अलावा यहां वुडन हैण्डीक्राफट, मूढ़ा, ब्रश, कपड़ा, बर्तन आदि का उत्पादन किया जाता है। इसमें पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण होता है। वन्य जीवों एवं सौंदर्य के दर्शन के लिए अमानगढ़ रेंज में प्राकृतिक अवसर उपलब्ध हैं। जन सहभागिता के साथ यदि इस जिले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सार्थक प्रयास किए जाएं तो निकट भविष्य में इस सपने का मूर्त रूप प्रदान किया जा सकता है।
इस अवसर पर मंत्री अशोक कटारिया, जिलाधिकारी उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी केपी सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन भगवान शरण दास, उप संभागीय निदेशक वानिकी एम सिम्मरन, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट संगीता, तहसीलदार सदर श्रीमती प्रीति सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि तथा पत्रकार बन्धु मौजूद थे।