
बागेश्वर (एकलव्य बाण समाचार) उत्तराखंड के जनपद बागेश्वर में बारिश ने भरी तबाही मचाई है। बारिश में एक मकान ढह जाने से पति पत्नी और उनका बेटे की मौत हो गयी।
बागेश्वर जिला अंतर्गत तहसील कपकोट में शनिवार रात अतिवृष्टि के बाद आए मलबे में एक घर दब गया। मलबे में परिवार के तीन सदस्य दब गए। ग्रामीणों द्वारा दी गई सूचना के बाद रविवार की सुबह राजस्व पुलिस, एसडीआरएफ, डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस मौके पर पहुंचने के लिए रवाना हुई। तहसीलदार कपकोट ने इस घटना की पुष्टी की है।
जानकारी के अनुसार ग्राम सुमगढ़ ऐठाण के ईटावन तोक में गृहस्वामी गोविंद सिंह पंडा, उनकी पत्नी खष्टी देवी और आठ वर्षीय बालक हिमांशु पंडा मलबे में दब गए। खष्टी देवी का शव बरामद हो गया है। दो अन्य की खोजबीन की जा रही है। कपकोट के सरन गांव में भी कई घरों में मलबा घुसने की सूचना है। यहां कई पालतू जानवर भी मलबे में दबे हुए हैं।
आज सुबह ग्रामीणों ने उन्हें मलबे से निकालने का अभियान छेड़ा। उधर तहसीलदार को भी मामले की जानकारी दी गई। एसडीआरएफ की टीम रास्ते बंद होने के कारण अभी तक मौके पर नहीं पहुंच सकी है। इस बीच ग्रामीणों द्वारा शव को ढूंढ निकालने की खबर है। ग्रामीणों का कहना है कि मलबे में दबे तीनों लोगों की मौत हो चुकी है। मलबे में कितने पशु दबे हैं यह अभी पता नहीं है। इस बीच कपकोट क्षेत्र से कई राजनैतिक दलों के लोग भी मौके के लिए रवाना हुए हैं लेकिन मलबे ने उनका रास्ता रोेक रखा है। विदित हो कि सुमगढ़ में वर्ष 2010 में स्कूल भवन में मलबा घुसने से 18 बच्चों की मौत हो गई थी।

