
बिजनौर (एकलव्य बाण समाचार)। युवा समाजसेवी व भारतीय बौद्ध संघ के जिलाध्यक्ष गामेंद्र सिंह गजरौलिया ने कहा कि मानसून यानी बरसात का मौसम लोगों को बहुत अच्छा लगता है, लोग बरसात में नहाना और बारिश की हल्की बौछारें में खेलना पसंद करते हैं।
मानसून यानी बरसात का इंतजार हर किसी को रहता है। बरसात का मौसम हमें गर्मी से राहत दिलाता है, लेकिन यह मौसम कई बीमारियां भी अपने साथ लाता है। कई बार हम खुशी-खुशी बरसात के पानी में भीग लेते हैं, सावन के गाने भी खूब गुनगुना लेते हैं और इसके बाद किसी तरह के हेल्थ इश्यू से बचने के लिए सावधानी भी पूरी बरत लेते हैं। फिर भी कुछ परेशानियां हैं, जिसका बरसात के मौसम में खतरा बना रहता है, यह कहना गलत नहीं होगा कि बरसात का मौसम अपने साथ कई बीमारियों को बुलाकर लाता है।
जिलाध्यक्ष गामेंद्र सिंह गजरौलिया कहते हैं कि जलभराव, कीचड़ और गंदगी से बीमारियां पैदा होती हैं। बरसात के मौसम में पैदा होने वाले मच्छर और बैक्टीरिया बीमारियां फैलाते हैं। एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए गामेंद्र सिंह गजरौलिया कहते हैं कि मानसून यानी बरसात के मौसम में हवा में नमी होती है और बैक्टीरिया भी ज्यादा पनपते हैं, जो बीमारियां फैलाने का काम करते हैं।
अतः हमें बरसात में बीमारियों से बचने के लिए सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हमें अपने हाथों, मुंह, पैरों को स्वस्थ जल से धोते रहना चाहिए। हमें स्वच्छ पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए। हमें पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी का सेवन करना चाहिए।
मानसून यानी बरसात के मौसम में हमें विशेष रूप से मच्छरों से बचना चाहिए, मच्छरों के काटने से होने वाले मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसे गंभीर रोगों से बचने के लिए हमें सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।