
लखनऊ (एकलव्य बाण समाचार)। डीएफओ लखनऊ की टीम ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर प्रतिबंधित प्रजाति के 8 सर्प बरामद किए हैं। संबंधित के खिलाफ थाना ठाकुरगंज में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उल्लेखनीय है कि अभियुक्त से बरामद प्रतिबन्धित प्रजाति के
सर्प दुर्लभ श्रेणी के वन्य जीव हैं, जो वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अन्तर्गत सूचीबद्ध हैं।
वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो, नई दिल्ली के क्षेत्रीय उप निदेशक, उत्तरी क्षेत्र अरविन्द चौरसिया द्वारा प्रभागीय वनाधिकारी, अवध वन प्रभाग, लखनऊ को सूचना दी गयी कि कुछ व्यक्ति प्रतिबन्धित प्रजाति के सर्प अवैध व्यापार के लिए रखे हुए हैं। उक्त सूचना पर
डीएफओ लखनऊ डा. रवि कुमार सिंह द्वारा विनीत प्रकाश श्रीवास्तव उप क्षेत्रीय वन अधिकारी के नेतृत्व में लखनऊ रेंज एवं शहरी रेंज तथा वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो नई दिल्ली के सदस्यों के साथ संयुक्त टीम गठित करते हुए वन्य जीव अपराध में संदिग्ध व्यक्तियों को डील करने हेतु एक निश्चित स्थान पर बुलाया गया। मंगलवार अपरान्ह लगभग 12:30 बजे टीम द्वारा बुलाये गये स्थान पर मो. हसन पुत्र मो. सरताज उर्फ जान, निवासी 444/32, बर्फखाना लखनऊ नामक व्यक्ति स्कूटी संख्या-यूपी-32-ईक्यू-8225 से पहुंचा। संयुक्त टीम द्वारा उक्त संदिग्ध व्यक्ति की जामा तलाशी ली गयी। उसके पास एक पिट्ठू बैग से 02 धामिन सर्प, 06 दुमुँहा सर्प बरामद किये गये। उल्लेखनीय है कि अभियुक्त से बरामद प्रतिबन्धित प्रजाति के
सर्प दुर्लभ श्रेणी के वन्य जीव हैं, जो वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के अन्तर्गत सूचीबद्ध हैं।
उक्त प्रतिबन्धित प्रजाति के वन्य जीव को टीम द्वारा विभागीय अभिरक्षा में लेते हुए अभियुक्त को पुलिस सुपुर्दगी में दे दिया गया। इसी के साथ थाना ठाकुरगंज में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 में निहित प्राविधानों के अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत कराया गया। वन विभाग की टीम में विनीत प्रकाश श्रीवास्तव उप क्षेत्रीय वन अधिकारी, मनीष कनौजिया वन दरोगा, दिनेश कुमार सिंह वन दरोगा, राजेश वन दरोगा, अमित सिंह वन दरोगा, मंगतू प्रसाद वन रक्षक व दीपक कनौजिया वन रक्षक सम्मिलित रहे।