बिजनौर: नगीना के बहुचर्चित श्री कृष्ण गौशाला प्रकरण में उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा पुलिस अधीक्षक बिजनौर को लगाई गई लताड़ के उपरांत पुलिस ने विनीत नारायण एवं अलका लहोटी के खिलाफ दर्ज केस को बंद कर दिया है. अदालत में एसपी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए क्षमा मांगी. हाईकोर्ट ने पुलिस अधिकारियों के गिरते स्तर पे नाराजगी जाहिर की तथा 6 अगस्त के निर्णय का गलत प्रयोग कर भ्रामक पोस्ट डालने पर संजय बंसल को लताड़ा उन्होंने तुरंत सभी पोस्टों को हटाने का भी आदेश दिया.
ज्ञातव्य हो कि नगीना की ऐतिहासिक श्री कृष्ण गौशाला को लेकर वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण द्वारा एक पोस्ट फेसबुक पर डाली गई थी जिसमें नगीना निवासी चंपत राय बंसल (विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महासचिव) के कुटुंब कुटुंबियो पर श्री कृष्ण गौशाला की करोड़ों रुपए भूमि कबजाने में शामिल होने का आरोप लगाया था, जिससे कुपित होकर चंपत राय बंसल के सबसे छोटे भाई संजय बंसल ने 19 जून 2021 को नगीना थाना में कइ गंभीर धाराओं में पत्रकार विनीत नारायण, रजनीश कुमार व श्री कृष्ण गौशाला की अध्यक्ष अलका लहोटी के विरुद्ध विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था.
जवाब में वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण रजनीश कुमार एवं अलका लाहोटी ने एफआई आर का विरोध करते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके परिणाम स्वरूप न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनने के उपरांत हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए 6 अगस्त 2021 को बिजनौर एसपी को तलब किया तथा उत्तर प्रदेश पुलिस अधिकारियों के गिरते स्तर पर नाराजगी जाहिर की.
उच्च न्यायालय के सम्मुख बिजनौर पुलिस अधीक्षक डॉ धर्मवीर सिंह ने गलती स्वीकार करते हुए कहा कि एफआईआर को पूरी तरह पढ़ नहीं सके.
श्री कृष्ण गौशाला प्रकरण मे हाईकोर्ट के निर्णय के उपरांत नगीना मे चर्चाओं का बाजार गर्म है, बुद्धिजीवियों का कहना है कि दी गई तहरीर में जब एक व्यक्ति पर मुकदमा बनता था तो फिर अलका लाहोटी को 2 महीने तक क्यों परेशान किया गया? यही नहीं इसके कुछ दिनों के बाद ही एससी एसटी एक्ट में भी उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका मानसिक उत्पीड़न किया गया, लोगों का यह भी कहना है कि कहीं यह गौशाला पर कब्जा करने की साजिश तो नहीं है, विदित रहे कि पिछले छ-सात दशकों से अलका लाहोटी का परिवार ही गौशाला को पूरी लग्न एवं तन्मयता से चलाता आ रहा है तथा वहां की 1 इंच भूमि को भी इधर-उधर नहीं होने दिया, इस सत्य को नकारा भी नहीं जा सकता।