बरेली। समाजवादी पार्टी मिशन 2022 की तैयारियों में जुटी है और कार्यकर्ताओं को एकजुटता का पाठ भी पढ़ा रही है, लेकिन गुटबाजी का फौरी इलाज नहीं तलाश पा रही। पार्टी संगठन के प्रति निष्क्रियता के चलते ही एक दिन पहले जिला उपाध्यक्ष प्रमोद बिष्ट और पार्षद रईस मियां को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। पिछले छह महीने में हुए तमाम बड़े कार्यक्रमों और आंदोलनों में गुटबाजी खुलकर उजागर भी हो चुकी है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी नाराजगी जताते हुए संबंधित कार्यकर्ताओं के नाम भी तलब किए थे। मगर चुनाव से पहले नाराजगी से बचने की खातिर इस पर एक्शन नहीं लिया जा सका। ऐसे में सभी सीटों पर मजबूती से दावा करने के बीच विधानसभा चुनाव की राह आसान नहीं दिखती।
विदित हो कि, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने रविवार को जिला संगठन के पदाधिकारियों की संशोधित सूची जारी की थी। इसमें जिला उपाध्यक्ष पार्षद रईस मियां और प्रमोद बिष्ट के नाम नदारद थे। दोनों पदाधिकारियों को हटाने के पीछे की वजह को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं रहीं। भले ही कोई भी पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता नाम उजागर होने की वजह से खुलकर सामने नहीं आया लेकिन दोनों की निष्क्रियता पर सवाल खड़े किए। पार्टी में लंबे अरसे से हावी गुटबाजी पर भी तंज कसा। उनके मुताबिक संगठन में निष्क्रियता और अनुशासनहीनता पर पदाधिकारियों को हटाया गया। एक चर्चा यह भी है कि दोनों पदाधिकारी पार्टी को मजबूती देने के बजाए अपनी एक अलग रणनीति के तहत काम कर रहे थे।

आए दिन कार्यक्रमों में उजागर होती रही है गुटबाजी
सपा की मासिक बैठक हो या कोई अन्य कार्यक्रम अधिकांश में गुटबाजी देखने को मिलती है। पिछले साल सपा संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर हावी गुटबाजी के चलते दो बार केक काटना पड़ा था। इसी तरह करीब छह महीने पहले पीलीभीत रोड स्थित आयोजित वर्कशाप में तो खुद अखिलेश यादव ने गुटबाजी का पता चलने पर नाराजगी जताई थी। पंचायत चुनाव में भी कुछ इसी तरह की स्थिति देखने को मिली थी, जिसकी वजह से सपा को जीत के करीब होने के बाद भी हार मिली।
चुनावी नतीजों के बाद भाजपा व जिला प्रशासन के खिलाफ निकाली जाने वाली रैली में भी जिला व महानगर की टीम कलक्ट्रेट पर बिखरी दिखी। इसी तरह 17 अगस्त को जनाक्रोश यात्रा में बहेड़ी चेयर पर्सन के पति नसीम अहमद और पूर्व मंत्री आतउर्रहमान के समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई की नौबत आ गई थी। नसीम ने कार्यक्रम पार्टी का न होकर महज एक परिवार के होने की बात कहते हुए पूर्व मंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
सपा कार्यालय पर नवनियुक्त पदाधिकारियों का स्वागत
मिशन कम्पाउंड स्थित सपा के जिला कार्यालय पर जिला उपाध्यक्ष संजीव सक्सेना, शहजिल इस्लाम के करीबी तनवीरुल इस्लाम, जिला सचिव अर्जुन, अरविंद, कार्यकारिणी सदस्य संजीव, अहमद जान आदि पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने नवनियुक्त पदाधिकारियों का स्वागत किया। स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष अगम मौर्य, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, शहजिल इस्लाम, सतेंद्र यादव, आदेश यादव, मयंक शुक्ला, भूपेंद्र कुर्मी, हरीश लाखा, ब्रजेश, अनिल गंगवार, सुरेश गंगवार, सुनील यादव, गजेंद्र कुर्मी, भुवनेश यादव आदि शामिल रहे।