मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत, 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान

लखनऊ (एजेंसी)। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अब “महापंचायत पूरे देश में होगी। वह तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के जीआईसी मैदान में किसान महापंचायत में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “हमें देश बिकने से बचाना है। हमारी मांग रहेगी कि देश, किसान, व्यापार और युवा बचे।”

महापंचायत के मंच से लाखों की भीड़ के बीच राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार बात करने के लिए तैयार नहीं है, बात करनी बंद कर दी है। सिर्फ मिशन यूपी नहीं, देश बचाना है। हम सिर्फ किसानों के मुद्दे नहीं उठा रहे हैं, देश में जहां-जहां गलत हो रहा है, उन्हें सामने रख रहे हैं। देश में संस्थाएं बेची जा रही हैं। सरकारी कर्मचारियों की पेंशन खत्म कर दी गई। बड़े लोग पैसे लेकर भाग रहे हैं। बिजली को प्राइवेट किया जा रहा है। सरकार एलआईसी को बेच रही है। देश का संविधान खतरे में है, इसे बचाना है। टिकैत ने कहा कि सरकार को झुकाने के लिए वोट की चोट जरूरी है।

25 नहीं, 27 सितंबर को भारत बंद-
किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि अब 25 नहीं बल्कि 27 सितंबर को भारत बंद होगा। इस दौरान सबकुछ बंद रहेगा। पहले 25 को भारत बंद का आह्वान किया गया था। अब यूपी संयुक्त किसान मोर्चे का गठन होगा।

महापंचायत को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त- जीआईसी मैदान के मंच से लेकर पार्किंग तक की व्यवस्था एसकेएम और बीकेयू के वालंटियर के जिम्मे रही। पहचान के लिए वालंटियर्स को आईडी कार्ड दिए गए। वहीं पुलिसबल किसानों की जिले और शहर में सुरक्षित एंट्री और उनके सकुशल प्रस्थान तक पूरी व्यवस्था पर नजर रखे है।

300 से ज्यादा सक्रिय संगठन शामिल-
उधर किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस मुजफ्फरनगर की ओर जाने वाली बसों को रोक रही है। महापंचायत में देशभर के 300 से ज्यादा सक्रिय संगठन शामिल हुए हैं। महापंचायत के मंच पर कई बड़े किसान नेता मौजूद रहे। ये सभी वे नेता हैं जो पिछले 10 महीनों से किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
किसान देश का गौरव: प्रियंका- किसानों की महापंचायत को लेकर यूपी कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विट कर कहा, ‘किसान इस देश की आवाज हैं। किसान देश का गौरव हैं। किसानों की हुंकार के सामने किसी भी सत्ता का अहंकार नहीं चलता। खेती-किसानी को बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में पूरा देश किसानों के साथ है।’