
युवाओं एवं छात्रों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए भाजपा सरकार जारी करे ‘यूथ चार्टर’ गरीब छात्रों के पास बस वही लैपटाप हैं, जो समाजवादी सरकार ने बांटे-सीएल वर्मा
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अखिलेश यादव के निर्देशन में पूर्व लोकसभा प्रत्याशी सीएल वर्मा ने मलिहाबाद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जिन्दाना सहित दर्जनों गांवों में बैठक कर पार्टी की नीतियों एवं सपा सरकार द्वारा कराए गए विकास कार्यों को जनता को बताया।
बताते चलें कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशन में मोहनलालगंज लोकसभा सीट के पूर्व संयुक्त प्रत्याशी सीएल वर्मा समाजवादी पार्टी द्वारा किए गए विकास कार्यों को तथा पार्टी की नीति को गांव गांव जाकर जनता के बीच बताने का काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में मलिहाबाद के जिदाना गांव सहित एक दर्जन गांव में चौपाल लगाकर उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता में भाजपा सरकार की नीति-रीति के खिलाफ जनाक्रोश चरम पर है। वादा खिलाफी का दंश झेल रहे किसानों के लिए भाजपा का जंगलराज काल बन गया है। भाजपा सरकार की किसानों के प्रति निष्ठुरता का पता इसी से लगता है। युवाओं में भाजपा सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। इसीलिए युवाओं ने युवा व छात्र विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ जगह-जगह संघर्ष छेड़ दिया है। दूसरी तरफ प्रशासन दिन पर दिन बिगड़ती आर्थिक व सामाजिक स्थितियों के प्रति उदासीन है। जनता को उसके भाग्य पर छोड़कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां-तहां व्यस्त हो जाते हैं। उनसे यह प्रदेश संभलने वाला नहीं है। भाजपा सरकार की खुशहाली विनाशक नीतियों के चलते श्रमिक, किसान लगातार अपनी जानें गंवा रहे हैं। हत्या, लूट अपहरण और छेड़छाड़ की घटनाएं तो रोज की बात हो गई हैं। इन पर कोई लगाम नहीं लगी है। रोजगार के नाम पर लोगों को भटकाया जा रहा है।गरीब छात्रों के पास बस वही लैपटाप हैं, जो समाजवादी सरकार ने बांटे थे। भाजपा ने भी लैपटाप देने का वायदा किया था, लेकिन वायदा खिलाफी भाजपा का स्थायी चरित्र है। समाजवादी पार्टी की मांग है कि भाजपा सरकार युवाओं एवं छात्रों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए ‘यूथ चार्टर‘ जारी करे। एक बात बहुत साफ है कि नौजवानों और किसानों ने ही हमेशा आगे बढ़कर व्यवस्था और सत्ता में परिवर्तन किया है। जब यूथ काफिला बढ़ता है तो तमाम विरोधी ताकतें इनके रास्ते से भाग खड़ी हो जाती है। भाजपा सरकार के खिलाफ बढ़ता जनरोष अब नए बदलाव की दिशा तय करेगा।