
लखनऊ (शालिनी सक्सेना)। हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। हिंदू धर्म में दीपावली का बहुत अधिक महत्व है। पांच दिवसीय त्योहार की शुरुआत धनतेरस के दिन से होती है और भाई दूज के दिन इस पर्व का समापन होता है। इस साल इस पर्व की शुरुआत नवंबर में होगी। दीवाली के दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है।
धनतेरस
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। दीवाली की शुरुआत धनतेरस के त्योहार से होती है। इस साल धनतेरस 2 नवंबर 2021, दिन मंगलवार को पड़ रहा है। इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है। साथ ही कुबेर देव का पूजन भी किया जाता है।

महालक्ष्मी पूजा
महालक्ष्मी पूजन 4 नवंबर को किया जाएगा। कार्तिक मास की अमावस्या के दिन बड़ी दीवाली या महालक्ष्मी पूजा की जाती है। इस पावन दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की विधि- विधान से पूजा-अर्चना की जाती है, ताकि घर में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे।
गोवर्धन पूजा
महालक्ष्मी पूजन से अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। इस साल 5 नवंबर के दिन गोवर्धन पूजा की जाएगी। इसे देश के कुई हिस्सों में अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण, गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा के दिन 56 या 108 तरह के पकवानों से भगवान श्रीकृष्ण को भोग लगाना शुभ माना जाता है।
भाई दूज
दीपावाली पर्व का समापन भाई दूज के त्योहार के साथ होता है। इस साल 6 नवंबर को भाई दूज पर्व मनाया जाएगा। भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के प्यार और समर्पण का प्रतीक है इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक कर उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं। इसे यम द्वितीया या भातृ द्वितीया भी कहा जाता है।