लखनऊ। किसानों के लिए बिना सत्यापन के धान बेचने की सीमा 50 कुंतल से बढ़ा कर 100 कुंतल कर दी गई है। किसानों को बुआई के रकबे के सत्यापन के लिए एसडीएम के चक्कर लगाने पड़ते थे। इससे सत्यापन के मामले बढ़ने के साथ ही धान खरीद में तेजी नहीं आ पा रही थी।

धान खरीद में बुआई के रकबे के सत्यापन के बिना धान बेचने का प्रावधान नहीं था। अक्तूबर की शुरुआत में ही 50 कुंतल तक रकबे के सत्यापन की शर्त हटा दी गई थी। अब इस सीमा को बढ़ाते हुए 100 कुंतल किया गया है। किसानों को अफसरों के न मिलने पर तहसीलों का चक्कर लगाना पड़ता था। इसके बावजूद चकबंदी के तहत गांवों के किसानों का धान, चकबंदी सबंधी प्रमाणपत्रों के ऑनलाइन सत्यापन के बाद ही खरीदा जाएगा। इस बार कॉमन धान श्रेणी 1940 रुपए प्रति कुंतल व ग्रेड ए के धान का मूल्य 1960 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है।