

भारतीय जनसंघ भारत का एक पुराना राजनैतिक दल था जिससे 1980 में भारतीय जनता पार्टी बनी। इस दल की स्थापना डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में की गयी थी। इस पार्टी का चुनाव चिह्न दीपक था। इसने 1952 के संसदीय चुनाव में 3 सीटें प्राप्त की थीं, जिनमें डाक्टर मुखर्जी स्वयं भी शामिल थे।दीपक या दीया – अखिल भारतीय जनसंघ का चुनावचिह्न था।भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लागू आपातकाल (1975-1976) के बाद जनसंघ सहित भारत के प्रमुख राजनैतिक दलों का विलय कर के एक नए दल जनता पार्टी का गठन किया गया। आपातकाल से पहले बिहार विधानसभा के भारतीय जनसंघ के विधायक दल के नेता लालमुनि चौबे ने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में बिहार विधानसभा से अपना त्यागपत्र दे दिया। जनता पार्टी 1980 में टूट गयी और जनसंघ की विचारधारा के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी का गठन किया। भारतीय जनता पार्टी 1998 से 2004 तक राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार की सबसे बड़ी पार्टी रही थी। 2014 के आम चुनाव में इसने अकेले अपने दम पर सरकार बनाने में सफलता प्राप्त की।
लोकसभा चुनावों में उत्तरोत्तर सफलता
- 1952 में 3.1 प्रतिशत वोट 3 सीट,
- 1957 में 5.9 प्रतिशत वोट 4 सीट,
- 1962 में 6.4 प्रतिशत वोट और 14 सीट, तथा
- 1967 में 9.4 प्रतिशत वोट 35 सीट हासिल की।
- 1971 में 7.37 प्रतिशत वोट 22 सीट हासिल की।
जनसंघ के अध्यक्ष
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी (1951–52)
- मौलि चन्द्र शर्मा (1954)
- प्रेम नाथ डोगरा (1955)
- आचार्य देवप्रसाद घोष (1956–59)
- पीताम्बर दास (1960)
- अवसरला राम राव (1961)
- आचार्य देवप्रसाद घोष (1962)
- रघु वीर (1963)
- आचार्य देवप्रसाद घोष (1964)
- बच्छराज व्यास (1965)
- बलराज मधोक (1966)
- दीनदयाल उपाध्याय (1967–68)
- अटल बिहारी वाजपेयी (1969–72)
- लालकृष्ण आडवाणी (1973–77)
भारतीय जनता पार्टी के गठन के पश्चात
- प्रो.बलराज मधोक (1979-96)
- डॉ मुनीन्द्र मोहन चतुर्वेदी (1996-2000)
- प्रो. बलराज मधोक (2000-2016)
- आचार्य (डॉ) भारत भूषण पाण्डेय (2017)