
कृषि विविधीकरण समय की आवश्यकता। नवोन्मेषी कृषि कर रहे कृषकों को बताया रोल मॉडल।
बिजनौर। अपर आयुक्त मुरादाबाद मंडल बी एन यादव ने संयुक्त कृषि निदेशक मुरादाबाद मंडल जेपी चौधरी के साथ कृषि विकास कार्यों की समीक्षा व कृषि क्षेत्र में नवोन्मेषी कार्य कर रहे कृषकों के यहां भ्रमण किया। जनपद में नवोन्मेषी कृषि कर रहे कृषकों को रोल मॉडल बताते हुए कहा कि नवोन्मेषी कृषि विविधीकरण समय की आवश्यकता है।

खेतों पर पहुंच कर जाने किसानों के अनुभव-
अपर आयुक्त द्वारा सर्वप्रथम नूरपुर विकास खण्ड के राजकीय कृषि निवेश भण्डार का निरीक्षण किया और भण्डार प्रभारी व सहायक विकास अधिकारी कृषि से गेहूं की विभिन्न प्रजातियों के संबंध में जानकारी ली।
निरीक्षण उपरांत अपर आयुक्त द्वारा प्रगतिशील कृषकों के खेतों पर जाकर नवोन्मेषी खेती के संबंध में उनके अनुभव जाने।
अपर आयुक्त द्वारा ग्राम ऊमरी के युवा कृषक ऋतु राज सिंह के यहां ड्रेगन फ्रुट,रेड बनाना, एप्पल बेर, अमरूद गन्ना की जैविक खेती को देखकर उसके आय व्यय के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। ऊमरी के ग्राम बिलाई के कृषक आरपी सिंह के यहां चंदन की खेती देखी और चंदन की खेती के बारे में जानकारी ली। बिलाई के बाद जीवन विद्या प्रतिष्ठान गोबिंदपुर में डा. रण सिंह आर्य से प्राकृतिक खेती, भोजन व स्वास्थ्य के संबंध में विशेष चर्चा की गई। ग्राम जलालपुर छोइया में किसान पाठशाला चलाने वाले केला की खेती के विशेषज्ञ चौकपुरी के राहुल चौधरी से केले की जैविक खेती की तकनीक के बारे में जानकारी ली।
अपर आयुक्त बीएन यादव ने जनपद के नवोन्मेषी कृषि को सराहते हुए अधिक से अधिक कृषकों तक कृषि विविधीकरण व नवोन्मेषी कृषि प्रचार प्रसार करने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए।
अपर आयुक्त के भ्रमण के समय उप कृषि निदेशक गिरीश चंद्र, जिला कृषि अधिकारी डॉ अवधेश मिश्र, आत्मा प्रभारी योगेंद्र पाल सिंह योगी, सहायक विकास अधिकारी कृषि कमल सिंह आदि उपस्थित रहे।