
सरकारी पशु चिकित्सक ने की गोली मारकर आत्महत्या
बिजनौर। कोतवाली देहात कस्बे में पशु चिकित्सक ने तमंचे से गोली मारकर आत्महत्या कर ली! सीने में गोली लगा शव पशु सेवा केंद्र के आवास में ही पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। मामला आत्महत्या में दर्ज किया गया है, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने मौका-ए-वारदात से नमूने भी लिए तमंचे और अन्य जगहों से भी फिंगर प्रिंट के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। जानकारी के अनुसार पशु चिकित्सक सुशील कुमार सहारनपुर की पंजाबी कॉलोनी नुमाइश कैंप संत नगर के रहने वाले थे। पिछले तीन साल से वह बरुकी में तैनात थे और पशु सेवा केंद्र के एक कमरे को ही आवास बना रखा था। उनके साथ प्राइवेट तौर पर काम करने वाले आकाश ने सुबह करीब साढ़े आठ बजे सुशील को चाय पिलाई। इसके बाद पशुधन प्रसार अधिकारी सुशील ने आकाश को कपड़ों पर प्रेस कराने के लिए बाजार में भेज दिया। बाजार जाते वक्त आकाश आवासीय परिसर के मुख्य गेट का ताला लगाकर गया था। आकाश लौटकर केंद्र पर पहुंचा तो सुशील का सीने में गोली लगा शव पड़ा मिला। मामले की जानकारी विभागीय व पुलिस अधिकारियों को दी गई।
मौके पर पहुंचे एएसपी देहात रामअर्ज और सीओ नगीना सुमित शुक्ला ने घटनास्थल का मुआयना किया। साथ ही आकाश से करीब एक घंटा तक जानकारी हासिल की। आकाश की तहरीर पर पुलिस ने आत्महत्या का केस दर्ज कर लिया औऱ शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आत्महत्या के कारणों और अन्य बिन्दुओं पर भी जांच चल रही है। प्रथम दृष्टया सामने आया है कि पशुधन प्रसार अधिकारी का अपने परिवार से विवाद चल रहा था।
बिजनौर में पुलिस अधिकारी रहे हैं सुशील के पिता- सुशील कुमार के पिता मांगेराम सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी हैं और बिजनौर में ही रहते हैं। घटना की सूचना पर वह बरुकी पहुंचे। सुशील कुमार की पत्नी और उनका पुत्र व पुत्री सहारनपुर में ही रहते हैं। सुशील कुमार के पिता मांगेराम बिजनौर के कई थानों में तैनात रहे हैं।
पुलिस को भी हत्या की आशंका- भले ही पुलिस पशुधन प्रसार अधिकारी की मौत को आत्महत्या मान रही है, लेकिन जांच सभी पहलुओं पर की जा रही है। पुलिस की टीम ने फोरेंसिक एक्सपर्ट के पहुंचने से पहले शव को छुआ भी नहीं। तमंचा और मोबाइल भी जस का तस पड़ा रहा। फोरेंसिक एक्सपर्ट की ओर से फिंगर प्रिंट समेत अन्य नमूने लेने के बाद ही पुलिस ने अगली कार्रवाई की।