
यूपी में अभी भी चल रहा है जंगलराज। चुनाव को दिया जा रहा धार्मिक रंग। कहने से ज्यादा करने में विश्वास करती है बीएसपी। फ्री और फेयर होने चाहिए चुनाव। वर्तमान सरकार से यूपी की जनता परेशान।
लखनऊ। बीएसपी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने चुनाव आचार संहिता सख्ती से लागू करने की जरूरत पर जोर दिया है। राजधानी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस पर सख्ती से नजर रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकारी मशीनरी में EC का खौफ जरूरी है। ‘निष्पक्ष चुनाव के लिए उसका सख्त होना जरूरी’ है, वह शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराए। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव को धार्मिक रंग दिया जा रहा है। चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है। साथ ही कहा कि बीएसपी एक अनुशासित पार्टी है। हमारे कार्यकर्ता आचार संहिता का पालन करेंगे। बीएसपी की कथनी-करनी में कोई अंतर नहीं है। ‘बीएसपी कहने से ज्यादा करने में विश्वास करती है’, अधिकारी निष्पक्ष रूप से कार्य करें। ये चुनाव फ्री और फेयर होने चाहिए। जनता इस बार बीएसपी को सत्ता में लाएगी। अभी भी यूपी में जंगलराज चल रहा है, जबकि हमारी सरकार में कानून का राज रहा है। वर्तमान सरकार से यूपी की जनता परेशान हो चुकी है, इस बार जनता की हितैषी बीएसपी की सरकार बनेगी। बसपा सुप्रीमो ने जनता को सचेत करते हुए कहा कि वह दूसरे दलों के प्रलोभन से दूर रहे। चुनावी घोषणा पत्र के बहकावे में न आएं। चुनाव में बाधा डालने की इजाजत किसी को नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों के चयन को लेकर बैठक बुलाई है। पंजाब में भी बीएसपी गठबंधन की सरकार बनेगी।

इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक के बाद एक कर के चार ट्वीट किये; जिसमें उन्होंने कहा कि…
- यूपी सहित पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तिथि की घोषणा का स्वागत। आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आयोग यह चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुचारू व शान्तिपूर्वक कराने की अपनी ज़िम्मेदारी को जन अकांक्षा के अनुरूप पूरी मुस्तैदी से जरूर निभाएगा।
- खासकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा हर चुनाव में नए-नए हथकण्डे अपनाकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने की प्रवृति घातक रूप से आम होती जा रही है, जिस पर इस चुनाव में पूरी गंभीरता से ध्यान देने एवं तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कार्रवाई करने की चुनाव आयोग से ख़ास अपील।
- चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है, जिसके प्रति खासकर ग़रीब, मजदूर व मेहनतकश लोग अति उत्साहित रहते हैं, जिनकी भावना व अधिकारों की विशेषकर वोटिंग वाले दिन हर प्रकार से रक्षा जरूर हो। नागरिकों के मताधिकार की रक्षा उनके मूलभूत अधिकार की तरह संविधान के मंशा के अनुरूप हो तो बेहतर।
- बी. एस. पी. के सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व उम्मीदवारों आदि को भी सख्त निर्देश है कि वे पार्टी अनुशासन के साथ-साथ आज से ही लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता ( Model Code of Conduct) का कड़ाई के साथ अनुपालन करें।