
रिजवान सिद्दीकी, झालू
बिजनौर। आस्था के प्रतीक प्राचीन झारखंडी शिव मंदिर के क्षतिग्रस्त मार्ग की सुध लेने को कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है। इस मंदिर पर जनपद भर से सैकड़ों की तादाद में कांवड़ती जलाभिषेक करते हैं।
हल्दौर थाना क्षेत्र के दो नेशनल हाईवे को जोड़ने वाला खारी धर्मपुरा मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। इस मार्ग पर प्राचीन झारखंडी शिव मंदिर स्थापित है। यहां पर प्रत्येक सोमवार को आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के धर्म-प्रेमी पूजा अर्चना कर जलाभिषेक करते हैं। वहीं हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हरिद्वार से कांवड़ में गंगाजल लेकर आने वाले सैकड़ों श्रद्धालुओं को क्षतिग्रस्त मार्ग से गुजर कर जलाभिषेक करने के लिए विवश होना पड़ेगा। …क्योंकि लगभग 10 वर्ष पहले बना यह मार्ग अब पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है।

ग्राम खारी झारखंडी शिव मंदिर कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर धर्मवीर सिंह का कहना है कि दो नेशनल हाईवे पानीपत खटीमा मार्ग व बिजनौर मुरादाबाद हाईवे को जोड़ने वाला खारी धर्मपुरा मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्राचीन शिव मंदिर पर शिव भक्तों को क्षतिग्रस्त मार्ग से होकर जलाभिषेक करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि वह पीडब्ल्यूडी विभाग के उच्चाधिकारियों सहित जिलाधिकारी उमेश मिश्रा से भी क्षतिग्रस्त मार्ग के बारे में सही कराने की अपील कर चुके हैं। बीच-बीच में भी क्षतिग्रस्त मार्ग को सही कराने के लिए लिखित दरख्वास्त भी दी थी। अधिकारी इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं हैं।

ग्राम खारी के झारखंडी शिव मंदिर को जोड़ने वाला ढाई किलोमीटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण आएदिन लोग दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं। इस क्षतिग्रस्त मार्ग पर प्राचीन झारखंडी शिव मंदिर स्थापित है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आगामी महाशिवरात्रि पर्व पर दूरदराज एवं आसपास क्षेत्रों से सैकड़ों की तादाद में गाड़ियों, बाइक, ट्रैक्टर ट्राली, भैंसा बुग्गी, साइकिल तथा अन्य वाहनों से श्रद्धालुओं का तांता लगेगा। शिव भक्त एवं धर्म प्रेमियों की उक्त ज्वलंत समस्या समाधान कराने के लिए जिलाधिकारी उमेश मिश्रा क्या कार्रवाई अमल में लाते हैं, जिससे कांवड़ में गंगाजल लेकर आने वाले श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना ना करना पड़े!

