बिजनौर। जिला मुख्यालय के बीचों बीच इस तालाब की सुध लेने वाला कोई नहीं है। मिशन कंपाउंड का यह तालाब बरसों से सफाई और सुंदरीकरण के लिये तरस रहा है।

मिशनरीज़ की खुद की संपत्ति बताए जाने वाले इसी तालाब के समीप भारतीय जनता पार्टी के सिंबल पर दूसरी बार जिला पंचायत अध्यक्ष बने चौधरी साकेन्द्र प्रताप का भी फ्लैट है! उन्होंने भी इसके सुंदरीकरण की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया।

मच्छर, कीड़े मकोड़े की भरमार- तालाब में गंदगी के कारण तरह-तरह के कीड़े मकोड़े, जीव जंतु तो यहां पल ही रहे हैं, वहीं मच्छर भी बहुतायत में हैं। इन मच्छरों के कारण बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है।

पालिका की कूड़ा गाड़ी नहीं आती- इस तालाब में आसपास के घरों की गंदगी भी फेंकी जाती है। इसका कारण ये है कि नगर पालिका परिषद की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी इस किसी भी क्षेत्र में नहीं आती।

विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान- शासन के निर्देशों के अनुपालन में प्रत्येक वर्ष अंतर्विभागीय सहयोग से विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान संचालित होता है, लेकिन इस तालाब की सुध लेने वाला कोई नहीं।

बरसात में घरों में घुस आते हैं सांप- बरसात के दिनों में इस तालाब में रहने वाले खतरनाक कीड़े मकोड़े, सांप आदि आसपास के घरों में घुस जाते हैं। लोग सतर्क न रहें तो कभी भी बड़ी त्रासदी के आसार हैं।




