पुलिस का साथ मिलने से सहकारिता विभाग की बढ़ी ताकत

हासिल करना है बकाया ऋणों की वसूली कर पूर्व वर्षों की भाँति शीर्ष स्थान
बिजनौर। सहकारिता विभाग द्वारा सहकारी समितियों से ऋण लेकर समय से जमा न करने वाले साढे चार हजार बकायेदारों के खिलाफ गिरफ्तारी / सम्पति कुर्क करने की व्यापक कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
इसी क्रम में गुरुवार को पुलिस विभाग से 10 सशस्त्र पुलिस बल को बकाया वसूली हेतु सहकारिता विभाग जनपद-बिजनौर से सम्बद्ध किया गया है। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता जनपद बिजनौर द्वारा जनपद की प्रत्येक तहसील में दो-दो पुलिस बल को सम्बन्धित तहसील के वसूली अधिकारियों के साथ सम्बद्ध किया गया है, जिससे वांरन्ट प्राप्त कर बकायेदारों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की जा सके। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता, बिजनौर, डा० प्रदीप कुमार द्वारा सम्बन्धित तहसील के वसूली अधिकारियों एवं पुलिस विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गए सशस्त्र बल के साथ बकाया से वसूली की रणनीति तैयार करते हुए समन्वय बैठक की गई। बैठक में बैंक मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा सहकारिता विभाग के सभी तहसील प्रभारी अपर जिला सहकारी अधिकारी उपस्थित रहे। सहकारिता विभाग को बकाया वसूली के लिये पुलिस अधीक्षक बिजनौर के सहयोग से सशस्त्र पुलिस बल मिल जाने से बकाया वसूली में और अधिक तेजी आयेगी। सहकारिता विभाग द्वारा पूर्व से ही बकाया वसूली के लिये साईटेशन वारन्ट प्राप्त कर बकायेदारों की गिरफ्तारी / कुर्की की कार्यवाही जोर शोर से की जा रही है। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा सहकारिता विभाग की मांग पर सशस्त्र पुलिस बल उपलब्ध कराने से समिति की बकाया ऋण की वसूली में तेजी आयेगी। सहकारिता विभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि दैनिक आधार पर सक्षम अधिकारियों से समिति से लिये गये ऋण के बकायेदारों के विरूद्ध वारन्ट प्राप्त किये जा रहे हैं और बकायेदारों की सम्पति कुर्क करने की तैयारी की जा रही है। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता, बिजनौर द्वारा यह भी बताया गया कि जिला सहकारी बैंक लि०, बिजनौर उ०प्र० शासन द्वारा दिये गये पुलिस बल की सहायता से बकाया ऋणों की वसूली कर पूर्व वर्षों की भाँति उ०प्र० के जिला सहकारी बैंकों में शीर्ष स्थान प्राप्त करेगें।