
बिजनौर। पंचायत सचिवों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में जारी ताबड़तोड़ कार्रवाई से ग्राम पंचायत समन्वय समिति के पदाधिकारी भड़क उठे हैं। समिति के बैनर तले विकास भवन प्रांगण में बैठक कर डीपीआरओ की कार्रवाई पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी गईं है।

बैठक में ग्राम पंचायत सचिवों ने कार्य निर्वहन में आ रही अनेक समस्याओं पर विस्तार के साथ विचार विमर्श किया। मुख्य रूप से विकास खंड एवं जिला स्तरीय उच्च अधिकारियों का सहयोग न मिलना, आर्थिक उत्पीड़न, धन के अभाव में कार्य कराने का दबाव बनाते हुए निलंबन की कार्रवाई करना, चरागाह की भूमि पर अवैध कब्जे को मुक्त कराने की कार्रवाई न करना, मनरेगा में बगैर सचिव व प्रधान की जानकारी के कार्य कराने का भी सचिवों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ उत्पीड़न की कार्रवाई करना, पंचायत घर, सार्वजनिक शौचालय, राजस्व विभाग द्वारा भूमि उपलब्ध न कराने पर भी एक तरफा कार्रवाई किए जाने तथा निलंबन जैसी कार्रवाई की कड़ी निंदा की गई। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि यदि उक्त समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो संघ को कार्य बहिष्कार के लिए बाध्य होना पड़ेगा। बैठक की अध्यक्षता कुलदीप राजपूत ने तथा संचालन हेमेंद्र सिंह ने किया। बैठक में धीरज सिंह, इकेश्वर सुन्द्रियाल, मुनेन्द्र सिंह, संजय सिंह, धर्म प्रिय, सौरभ कुमार, हिमांशु चौहान, अमरजीत, कुलदीप सिंह, गौसिया अंसारी, गौरव कुमार, अरविंद कुमार, दीपांशु आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।