
हर हाल में होगी किसान सम्मान बचाओ महापंचायत
पुलिस प्रशासन पर किसानों को डराने का आरोप
बिजनौर। जिले में बिजली और पुलिस व राजस्व अधिकारियों द्वारा किसानों के साथ किए जा रहे उत्पीड़न व तानाशाही के साथ किसान के साथ की गई मारपीट के खिलाफ भाकियू 28 जून को ग्राम जीतपुरा खरख में किसान सम्मान बचाओ महापंचायत का बिगुल फूंक दिया हैं तो वहीं पुलिस प्रशासन ने जिले के किसानों पर भाकियू का साथ छोड़ने का दवाब बनाकर पीड़ित किसान से ही पंचायत में होने संबंधित लिखित में ले लिया फिर भी भाकियू ने निश्चित समय व निश्चित स्थान पर ही किसान सम्मान बचाओ महापंचायत करने की घोषणा करते हुए मैदान में मंच और टेंट लगवाने के लिए जायजा लिया।
बनाई महापंचायत की रणनीति-
रविवार को भाकियू ने किसानों पर महापंचायत न कराने के लिए पीड़ित किसानों पर पुलिस के बढ़ रहे उत्पीड़न को देखते हुए गन्ना समिति में प्रातः 11 बजे पूरे जिले से भाकियू की जिला, मंडल, व प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के सभी पदाधिकारियों ने महापंचायत की रणनीति बनाई उसके बाद सभी भाकियू पदाधिकारियों ने महापंचायत स्थल पर पहुंचकर मैदान का जायजा लिया और ग्राम जीतपुरा खरख में ग्रामवासियों की मीटिंग ली, ग्रामवासियों ने भाकियू को महापंचायत में पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया। भाकियू जिला अध्यक्ष चौधरी कुलदीप सिंह ने कहा कि बाबा टिकैत की भाकियू ने पंचायत करने के लिए कभी परमिशन नहीं ली है और न ही कभी परमिशन ली जाएगी।
इमरजेंसी लगा रही पुलिस: कुलदीप सिंह –
जिला अध्यक्ष चौधरी कुलदीप सिंह ने जिले के किसानों से महापंचायत में पहुंचने का आह्वान करते हुए कहा कि पुलिस जिले में इमरजेंसी लगाकर किसानों की पंचायत को रोकने की बात करते हुए मुकदमे लिखने को डरा रही है। पुलिस को इसका जवाब जिले का किसान 28 जून को ग्राम जीतपुरा खरख में होने वाली किसान सम्मान बचाओ महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान आयेगा तो पुलिस सभी पर मुकदमा लिख लेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के मसीहा भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की पंचायत को रोकने की कोई ताकत नहीं बनी है।
पहले ही दे दी थी चेतावनी-
ज्ञात हो कि ग्राम जीतपुरा खरख में विद्युत कर्मियों के आधी रात किसानों के घरों में घुसने को लेके हुई मारपीट में पुलिस के 3 किसानों को एक तरफा कार्यवाही कर जेल भेजने से भाकियू पिछले एक सप्ताह से आंदोलनरत हैं और भाकियू के इस संबंध में 28 जून को किसान सम्मान बचाओ महापंचायत करने की घोषणा करने से मामला तूल पकड़ गया है। रही सही कसर ग्राम हंसना जट के एक किसान को एक लाख का कर्ज़ जमा न करने पर अमीन द्वारा कर्जदार किसान की भतीजी की शादी के समारोह में ही मारपीट कर बेइज्जती करने से क्षुब्ध किसान की जहर खाकर मौत हो जाने व तहसीलदार सदर द्वारा एक किसान को अपने ऑफिस में बुलाकर की गई मारपीट की सूचना मिली तो भाकियू पदाधिकारियों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। डीएम व एसपी की मौजूदगी में किसानों से हुए समझौते पर भाकियू ने 3 दिन मे किसानों की सभी समस्याओं के समाधान करने व पुलिस द्वारा झूठे मुकदमो की जांच न होने पर 28 जून को होने वाली किसान सम्मान बचाओ महापंचायत में भाकियू सुप्रीमो की अध्यक्षता में कठोर निर्णय लेने की चेतावनी देकर शाम धरना खत्म किया था। भाकियू जिला अध्यक्ष चौधरी कुलदीप सिंह ने जिला प्रशासन पर किसानों को डराने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के सम्मान से कोई समझौता नहीं होगा। महापंचायत निश्चित टाइम और निश्चित स्थान पर ही होगी और प्रशासन अपनी नाकामी छिपाने के लिए भाकियू की महापंचायत को कमजोर करना चाहता हैं जिसका खुद जवाब देने के लिए जिले का किसान तैयार बैठा है और भाकियू द्वारा जिले में 100 गाड़ियों पर माइक लगाकर प्रचार करने की पदाधिकारियों को जिमीदारी दी गई और 200 भाकियू कार्यकर्ताओं की महापंचायत के लिए मंच और टेंट लगवाने की जिम्मेदारी भी दी।
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव ठाकुर रामौतार सिंह, प्रांतीय नेता बाबूराम तोमर, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, होशियार सिंह, डालचंद प्रधान, ब्लॉक अध्यक्ष मोहम्मदपुर देवमल डॉ विजय चौधरी, ब्लॉक महासचिव पंकज सहरावत, तहसील अध्यक्ष कोमन सिंह, युवा तहसील अध्यक्ष सरदार मनप्रीत सिंह, जितेंद्र पहलवान, सतपाल चौधरी, छतर सिंह सिकेट्री, दिनेश कुमार, नरदेव सिंह, धर्मेंद्र कुमार, मुनिदेव सिंह, रविशेखर तोमर, नीटू मौर्य आदि ने महापंचायत की सफलता के लिए जिले के किसानों का एक दुसरे से खुद प्रचार करके आने का आह्वान किया।