बिजनौर। मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह एवं जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा किसान पाठशाला के फाउंडर मेंबर एवं प्रगतिशील किसान राहुल चौधरी के केला प्रक्षेत्र का भ्रमण किया गया।



इस अवसर पर राहुल चौधरी द्वारा अवगत कराया गया कि वह रेजिडू फ्री केला का उत्पादन करते हैं। इस प्रकार के केला उत्पादन के लिए सर्वप्रथम आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति हेतु रासायनिक उर्वरकों को गोबर की खाद में मिलाकर 8 से 10 दिन ढक कर रखना पड़ता है, जिससे रासायनिक उर्वरकों की बॉन्डिंग टूट जाए और उपलब्ध पोषक तत्व पौधों के लिए सुलभ एवं उपयोगी हो सके। इस प्रक्रिया से रासायनिक उर्वरकों में हानिकारक तत्वों का प्रभाव कम हो जाता है तथा उर्वरकों की आधी मात्रा ही देनी पड़ती है। साथ ही मिट्टी के घोल का छिड़काव फसल पर करने से कीट और रोग का प्रकोप नहीं होता है और इससे पौधों को पोषक तत्व भी उपलब्ध होता है।

गुणवत्ता व अधिक उत्पादन के लिए बंच प्रबंधन जरूरी- आयुक्त एवं जिलाधिकारी द्वारा खेत में जाकर केले की फसल देखी गई और प्रत्येक पौधे पर स्वस्थ एवं पर्याप्त फलियों वाली घेर पाई गई। कृषक राहुल चौधरी द्वारा अवगत कराया गया कि केले की गुणवत्ता एवं अधिक उत्पादन सुनिश्चित करने हेतु बंच प्रबंधन बहुत ही आवश्यक है, इस प्रक्रिया में केले के नीचे के तने की गोलाई के एक चौथाई के बराबर केले के पंजे को रखना चाहिए और शेष को नीचे के फूल सहित तोड़ देना चाहिए।

इस प्रक्रिया से नीचे से ऊपर तक की फलियां एक समान लंबाई और मोटाई की होंगी और हमें गुणवत्ता के साथ-साथ केले का अधिक उत्पादन भी प्राप्त होगा। आयुक्त द्वारा केले के उत्पादन से संबंधित संपूर्ण प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी प्राप्त की गई और सड़क के किनारे प्रक्षेत्र चयन को सराहा गया और अवगत कराया गया कि सड़क के किनारे स्थित खेतों में हमें नगदी फसलों का उत्पादन करना चाहिए क्योंकि इससे परिवहन में काफी सुविधा होती है साथ ही ड्रिप और स्प्रिंकलर इरिगेशन को भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए।

अच्छे कार्य के लिए किसानों का सम्मान- आयुक्त एवं जिलाधिकारी द्वारा केले के प्रक्षेत्र पर ही लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश आम महोत्सव 2022 में प्रदेश स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले डीके शर्मा बिजनौर, मौन पालन एवं शहद उत्पादन में उल्लेखनीय कार्य करने पर उदित प्रकाश ग्राम पीपला जागीर, नूरपुर तथा जैविक कृषि एवं मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना करने वाले ब्रह्मपाल सिंह ग्राम अगरी हल्दौर को शाल ओढ़ाकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। केला उत्पादन एवं प्रदेश स्तर पर केले के उत्पादन को प्रोत्साहित करने वाले राहुल चौधरी को भी शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

आयुक्त द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि क़ृषि क्षेत्र में नवोन्मेशी एवं विशिष्ट कार्य कर रहे किसानों को सम्मानित करने से किसानों को और अच्छा कार्य करने का प्रोत्साहन मिलता है। अच्छे कार्य करने वाले किसानों का सम्मान होना ही चाहिए। जिलाधिकारी द्वारा इस अवसर पर जनपद में उल्लेखनीय एवं विशिष्ट कार्य करने वाले किसानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई तथा अवगत कराया गया कि विगत 3 माह से जनपद में नवोन्मेशी व विशिष्ट कार्य करने वाले कृषकों व उद्यमियों को सम्मानित करने की एक श्रृंखला चलाई जा रही है, जिससे जनपद में अच्छे कार्य करने वाले कृषक स्वतः आगे आ रहे हैं और नवीन कृषि पद्धतियों को अपनाने हेतु कृषकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

इस अवसर पर गिरीश चंद उप कृषि निदेशक, डॉ अवधेश मिश्रा जिला कृषि अधिकारी, जितेंद्र कुमार जिला उद्यान अधिकारी, मनोज कुमार उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी बिजनौर, उप जिलाधिकारी मोहित कुमार, खंड विकास अधिकारी वीरेंद्र सिंह यादव, सुनील कुमार व सचिन कुमार विषय वस्तु विशेषज्ञ तथा ग्राम प्रधान श्रीमती सहित 65 दर्शक उपस्थित रहे।
