सफलतापूर्वक आयोजित हुई खरीफ उत्पादकता गोष्ठी, अनेक किसान हुए लाभान्वित
मेले में कृषि योजनओं, निवेशों, फसल बचाव व कृषि की दी गई नवीनतम जानकारी
बिजनौर। मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी 2022 एवं नेशनल मिशन ऑन एडिविल ऑयल (ऑयल सीड्स) योजनान्तर्गत खरीफ तिलहन किसान मेले का आयोजन कॉकरान वाटिका, नजीबाबाद रोड, बिजनौर में किया गया।
कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक गिरीश चन्द्र सहित कृषि व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व लगभग 800 कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। गोष्ठी का संचालन अपर जिला कृषि अधिकारी हरज्ञान सिंह द्वारा किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा किसान मेला/गोष्ठी का फीता काटकर शुभारम्भ एवं दीप प्रज्जवलित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया। निरिक्षण के समय कृषि विभाग द्वारा लगाये गये स्टाल पर देय अनुदान के सम्बन्ध में उन्होंने जानकारी भी प्राप्त की।

इस अवसर पर उन्होंने निर्देश दिये कि जिन कृषकों द्वारा जैविक विधि से अचार एवं अन्य उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं, उन उत्पादों को एफएसएसएआई से प्रमाणित कराया जाये ताकि उत्पाद की गुणवत्ता निर्धारित हो सके। इसके साथ ही महिला समूह द्वारा तैयार किये जा रहे उत्पादों की पैकेजिंग की गुणवत्ता सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया। निरीक्षण के समय उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि महिला समूह/एफपीओ एवं डास्प द्वारा तैयार किये जा रहे उत्पादकों के व्यापक प्रचार प्रसार कराने हेतु जनपद में स्थित शॉपिंग मॉल एवं साप्ताहिक बाजारों में जैविक उत्पादकों को रखवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।

मुख्य विकास अधिकारी बिजनौर द्वारा अपने सम्बोधन में जैविक खेती पर जोर देते हुए गोष्ठी में उपस्थित कृषकों से अपेक्षा की गई कि किसान अधिक से अधिक जैविक खेती कर अपनी आय में उत्तरोतर वृद्धि कर सकते हैं। साथ ही फसल अवशेष के सम्बन्ध में उपस्थित कृषकों को सलाह दी गई कि आप अपनी फसल से प्राप्त भूसे को सुरक्षित रखें ताकि गोशालाओं में पर्याप्त मात्रा में भूसे की उपलब्धता हो सके तथा फसल अवशेष को न जलाकर इकट्ठा कर डी-कम्पोज कर जैविक खाद का उत्पादन करें। इनके द्वारा गोष्ठी में उपस्थित कृषकों को निःशुल्क उर्द बीज मिनीकिट का वितरण किया गया।

जिला कृषि अधिकारी बिजनौर डा0 अवधेश मि़श्र द्वारा कृषि विभाग में संचालित योजनाओं में देय अनुदान के विषय में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया। जिला कृषि अधिकारी द्वारा कृषकों को कृषि निवेशों की उपलब्धता के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई। जिला कृषि रक्षा अधिकारी मनोज रावत ने मुरादाबाद में स्थापित आईपीएम लैब द्वारा तैयार किये जा रहे ट्राइकोडर्मा हारजियेनम एवं ब्यूवेरिया बेसियाना के विषय में बताया गया कि जैविक खेती के उत्पादन बढ़ाने हेतु कृषकों को अनुदान पर उपलब्ध कराये जाते हैं तथा 75 प्रतिशत देय अनुदान की धनराशि का भुगतान सीधे कृषक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजी जाती है। उनके द्वारा फसलों में लगने वाले कीट-रोग से बचाव एवं उपचार के विषय में कृषकों को जानकारी दी गई।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा गोष्ठी में उपस्थित कृषकों को कृषि की नवीनतम जानकारी यथा मशरूम की खेती, खरीफ फसलों में लगने वाले कीट एवं रोग से बचाव आदि के विषय में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी तथा कृषकों को कृषि वैज्ञानिकों द्वारा अपने मोबाइल नं0 नोट कराये गये। कृषकों का आश्वस्त किया गया कि किसी भी जानकारी के लिए आप हमसे सीधे सम्पर्क कर समस्या का समाधान पा सकते हैं। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषि संवाद के माध्यम से किसान मेले/गोष्ठी में उठाई गयी समस्याओं का निराकरण मौके पर ही किया गया।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 विजेन्द्र पाल सिंह द्वारा पशुओं में फैल रही बीमारी के रोकथाम एवं उपचार के विषय में कृषकों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। उप कृषि निदेशक गिरीश चन्द द्वारा विभाग में चल रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गयी। पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजनार्न्तत कृषकों को अवगत कराया गया कि जिन कृषकों द्वारा ई0-के0वाई0सी0 नहीं कराई गयी, वह तत्काल जनसेवा केन्द्र के माध्यम से ई-के0वाई0सी0 करायें।
अन्त में जिला कृषि अधिकारी डा0 अवधेश मिश्र द्वारा गोष्ठी में आये हुए अधिकारियों एवं कर्मचारियों/कृषकों का धन्यवाद देते हुए किसान मेला/गोष्ठी का समापन किया गया।

इस अवसर पर डा0 अवधेश मिश्र जिला कृषि अधिकारी, मनोज रावत जिला कृषि रक्षा अधिकारी, डा0 कर्मवीर सिंह यादव जिला परियोेजना समन्वयक डास्प, जितेन्द्र कुमार जिला उद्यान अधिकारी, डा0 विजेन्द्र सिंह मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, हरज्ञान सिंह अपर जिला कृषि अधिकारी, डा0 के0के0 सिंह कृषि वैज्ञानिक, डा0 शिवांगी कृषि वैज्ञानिक, डा0 शकुन्तला गुप्ता प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केन्द्र नगीना, डा0 प्रदीप कुमार सिंह सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक बिजनौर, जिला गन्ना अधिकारी मायापति यादव, एस0सी0डी0आई0 नजीबाबाद सहित अन्य अधिकारी व बडी संख्या में किसान उपस्थित रहे।