
ईरान में छाया बिजनौर का छोरा लवी। 29 को बिजनौर के नेहरू स्टेडियम में स्वागत की तैयारियां।
नई दिल्ली। ईरान के तेहरान में आयोजित हुई जूनियर एशियन वॉलीबॉल चैंपियनशिप 2022 में भारतीय टीम ने कांस्य पदक प्राप्त किया। सोमवार को खेले गए मुकाबले में भारत ने दक्षिण कोरिया को हराया। यह जीत इसलिए महत्वपूर्ण है। छोटा भाई लवी चौधरी ऐसे ही एक दिन वालीबॉल की दुनिया का सिरमौर बने; यही कामना है। 29 अगस्त को बिजनौर के नेहरू स्टेडियम में स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं।
पत्रकार साथी का छोटा भाई- बिजनौर के पत्रकार साथियों के लिए यह जीत इसलिए महत्तवपूर्ण है, क्यूंकि इस जीत में अहम भूमिका निभाने वाले लवी चौधरी, न केवल जिले के रहने वाले हैं, बल्कि पूर्व में हिन्दुस्तान और वर्तमान में अमर उजाला में कार्यरत अचल चौधरी के छोटे भाई हैं।
गौरतलब है कि ईरान में खेली गई अंडर-18 एशियन चैंपियनशिप में भारत की टीम ने कांस्य पदक जीता है। टीम में मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली कस्बे के आर्यन बालियान, सहारनपुर के देवबंद के आदित्य राणा और बिजनौर के लवी चौधरी भी शामिल थे।
16 अगस्त को दी थी थाईलैंड को मात
16 अगस्त को भारतीय टीम ने रोचक मुकाबले में थाईलैंड को मात दी थी। उसके बाद 18 अगस्त को भारत की टीम ने कोरिया के साथ मुकाबले में भी एकतरफा जीत हासिल की। वहीं 20 अगस्त की शाम को चीनी ताइपे की टीम को हराकर सेमीफाइनल क्वालीफाई किया। सोमवार को सेमीफाइनल मुकाबले में ईरान की टीम ने भारतीय टीम को हरा दिया। सोमवार देर शाम चैंपियनशिप में भारत की टीम ने कोरिया को हराकर कांस्य पदक पर अपना कब्जा किया।
2003 में जीता था भारत ने अंडर-18 खिताब
भारत ने 2003 में एशियाई अंडर-18 लड़कों की वॉलीबॉल चैंपियनशिप का खिताब जीता था। उसके बाद भारतीय टीम 2005, 2008 में कांस्य पदक जीतने के अलावा 2007 में उपविजेता रही। अब 2010 के बाद पहली बार भारत की टीम ने चीनी ताइपे को हराकर सेमीफाइनल में क्वालीफाई किया। फाइनल में भारतीय टीम ने दक्षिण कोरिया को 3-2 से हराकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। टीम ने कांस्य पदक हासिल कर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है। भारतीय टीम की इस जीत से 2023 में अंडर-19 वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने में मदद मिलेगी।