
खेत पर जाते समय मोबाइल पर फिल्मी स्टोरी या कव्वाली सुनें किसान गुलदार के हमले से बचने का अचूक उपाय। शोर सुनकर भीड़ समझ कर नहीं करेगा हमला। गुलदार को पकड़ने के लिए ग्राम फलौदी में लगाया पिंजड़ा। प्रभावित क्षेत्र में ड्रोन कैमरा से कराई जा रही मॉनिटरिंग।

बिजनौर। खेत पर जाते समय मोबाइल पर फिल्मी स्टोरी सुनें किसान, यह महत्वपूर्ण राय दी है डीएफओ अनिल पटेल ने। दरअसल खेतों, जंगलों में इस समय गुलदारों की आवाजाही बढ़ी हुई है। रास्ते, खेत आदि में छिपा हुआ गुलदार किसी भी व्यक्ति को अकेला जानकर हमला कर सकता है। भयभीत किसान अपने खेतों पर आने जाने से कतराते हैं। इस कारण उनकी फसल का भारी नुकसान होता है। डीएफओ ने बताया कि किसान अपने खेतों पर झुंड में जाए, ऐसा संभव नहीं है।

आजकल मोबाइल फोन हर किसी के लिए सुलभ है। इसलिए खेत, जंगल जाते हुए किसान अपने मोबाइल फोन पर किसी भी फ़िल्म को चला ले, या फिर कव्वाली चला ले। कुल मिला कर एक ऐसे शोर का वातावरण होना चाहिए कि लगे कि कई लोग हैं। ऐसे में कहीं भी छिपा हुआ गुलदार हमला नहीं करेगा।

उन्होंने बताया कि गुलदार की उपस्थिति की सूचना मिलने पर प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन कैमरा एवं स्टॉफ से लगातार मॉनिटरिंग कराई जा रही है। बुधवार को धामपुर रेंज के ग्राम फलौदी, जरीफपुर चतर और मुक्रमपुर के प्रभावित क्षेत्र में ड्रोन कैमरा से मॉनिटरिंग कराई गई।

इस दौरान फलौदी ग्राम में गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा भी लगाया गया। डीएफओ अनिल पटेल ने किसान भाइयों से अपील है कि अपने खेतों में सावधानी पूर्वक ग्रुप में ही जाएं तथा किसी वन्य जीव की उपस्थिति होने पर इसकी सूचना वन विभाग को अवश्य दें।