साहूवाला रेंज में मिला युवा हाथी का शव, घटना को मीडिया से छुपाने में लगे रहे अधिकारी

साहूवाला रेंज में मिला हाथी का शव, विभाग में मचा हड़कंप। घटना को मीडिया से छुपाने में लगे रहे वन अधिकारी।
बढ़ापुर (बिजनौर)। साहूवाला वन रेंज में एक युवा नर हाथी का शव बरामद किया गया है। मामले की जानकारी मिलने पर वन विभाग में हड़कंप मच गया। मृत हाथी के दोनों दांत सुरक्षित हैं। डीएफओ नजीबाबाद तथा वन संरक्षक मुरादाबाद ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
जानकारी के अनुसार साहूवाला रेंज के कंपार्ट नंबर~5 राजगढ़ में वन क्षेत्र के समीप कृषि करने वाले किसानों ने शनिवार सुबह एक हाथी को मृत अवस्था में पड़े देखा। डीएफओ मनोज शुक्ला के अनुसार जब आसपास के किसान अपने खेतों से बंदरों को भगाते हुए खेतों के समीप ही जंगल में पहुंचे तो उन्होंने एक युवा हाथी मृत अवस्था में पड़ा देखा। किसानों से घटना की सूचना मिलने के बाद डीएफओ नजीबाबाद ने रेंजर को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी। सूचना मिलने के बाद रविवार को मुरादाबाद वन संरक्षक रमेश चंद्रा ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार मृत हाथी की आयु लगभग 10 से 15 वर्ष के बीच है। उसके दोनों दांत सुरक्षित हैं। हाथी के शव से दुर्गंध निकल रही थी, जिससे अनुमान लगाया जा रहे है कि कम से कम 3 दिन पहले उसकी मौत हुई होगी। हाथी के शव के पास ब्लड जैसा पदार्थ निकला पड़ा था और उसके शव से रिस रहा था। वन अधिकारियों ने उसके शरीर से सड़ने के बाद निकलने वाला पदार्थ बताया। जिस स्थान पर पड़ा हाथी का शव था, उसके ठीक ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। उक्त हाईटेंशन लाइन वन क्षेत्र के बीच से गुजर कर आसपास के किसानों के खेतों पर जा रही है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि करंट लगने से ही हाथी की मौत हुई है। वन अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले कुछ नहीं कहा जा सकता कि हाथी की मृत्यु कब और किन कारणों से हुई।
रविवार को दोपहर बाद मथुरा से डॉक्टरों की टीम पहुंचने के बाद मृत हाथी के शव का पोस्टमार्टम शुरू हुआ।
मीडिया से छुपाए रखा मामला~ शनिवार को वन क्षेत्र में मृत हाथी का शव पड़ा होने की सूचना मिलने के बाद वन अधिकारियों ने घटना को मीडिया से पूरी तरह छुपा कर रखा। रविवार को भी घटना को पूरी तरह से छिपाने के प्रयास किए जा रहे थे। वन क्षेत्र से हाई टेंशन लाइन बिल्कुल घटनास्थल के पास नीचे झुकी हुई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि शायद इसी कारण वन अधिकारी घटना को मीडिया से छिपाकर चल रहे थे।