वादे से क्यों पलट गए योगी आदित्यनाथ जैसे संत: कुलदीप कुमार मोर
बिजनौर। भारतीय किसान यूनियन भानू के जिला महासचिव भाकियू (भानु) कुलदीप कुमार “मोर” ने कहा है कि भाजपा सरकार चुनाव घोषणा पत्र में किए वायदों को पूरा क्यों नहीं करती। साथ ही सवाल भी है कि योगी आदित्यनाथ जैसे संत वादे से क्यों पलट गए?

भारतीय किसान यूनियन भानू के जिला महासचिव भाकियू (भानु) कुलदीप कुमार “मोर” ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने ऊर्जा मंत्री को नलकूपों की बिजली फ्री करने के लिए पत्र दिया था। भाजपा सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में किसान के नलकूप को फ्री बिजली देने की घोषणा की थी, लेकिन वादा पूरा करने की जगह किसानों पर अतिरिक्त बोझ डालने की पूरी तैयारी कर दी है। नलकूप पर बिना किसी पूर्व सूचना के घटिया किस्म के मीटर लगाए जा रहे हैं। भाकियु भानू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह को जवाब में भाजपा सरकार के पत्र मे बताया गया कि किसान के नलकूप को फ्री बिजली देने का कोई विधेयक नहीं है ।
अब सरकार से सवाल यह है कि जब भाजपा ने चुनाव में घोषणाएं की थीं, उस समय भी सत्ता में भाजपा थी। सारी जानकारी उत्तरप्रदेश सरकार के नुमाइंदों के पास थी। वहीं आम जनता की नौकरी करने वाले अधिकारियों ने भी इस घोषणा पत्र को पढ़ा होगा, लेकिन किसी भी अधिकारी द्वारा जनता को क्यों नहीं बताया गया कि उत्तरप्रदेश में फ्री बिजली देने का कोई विधेयक नहीं है।
अब जब उत्तरप्रदेश में योगी जी जैसे संत मुख्यमंत्री हैं और पूरी दुनिया जानती है कि भारतीय संत कभी झूठे वादे नहीं करते हैं और योगी आदित्यनाथ जी नाथ समुदाय से आते हैं, जो अपने कहे वादे से कभी नहीं मुकरते। इतना समय दोबारा सत्ता में बैठते हुए हो गया है, फिर योगी सरकार अपना वादा पूरा क्यूँ नहीं करती? मुफ्त की रेवडी बांटने वालों पर राष्ट्रपति या सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए। आखिर सत्ता में बैठी सरकारों से देश के यह प्रमुख अंग क्यों नहीं पूछते कि जो वादे घोषणा पत्र में लिखते हो उनको पूरा क्यों नहीं करते!