विवाह के पवित्र बन्धन में बन्धे नव दम्पति को “आँखें” के संरक्षक ने भेंट किया पौधा।
विवाह संस्कार के दौरान चलाया जा रहा पौधा रोपण संस्कार अभियान
शादी की प्रत्येक वर्षगाँठ पर पौधा रोपण करने का संकल्प
मेरठ। वृक्षों के अंधाधुंध कटान से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। पारिस्थितिक चक्र में आए असंतुलन से जन जीवन प्रभावित हो रहा है। विश्व भर में सरकारें पर्यावरण संरक्षण पर जोर दे रही हैं। हमारे देश में भी विभिन्न योजनाएं संचालित कर पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन यह जिम्मेदारी सिर्फ सरकारों की ही नहीं है। आमजन को भी स्वेच्छा से इस के प्रति जागरूक होना होगा। कुछ इसी तर्ज पर सामाजिक संस्था “आँखें” द्वारा विवाह संस्कार में पौधा रोपण संस्कार अभियान चलाया जा रहा है।

इसी अभियान के तहत ग्राम राली चौहान में सनातन पद्धति से सम्पन्न हुए शादी समारोह में सामाजिक संस्था “आँखें” द्वारा विवाह संस्कार में पौधा रोपण संस्कार संपन्न कराया गया। “आँखें” के संरक्षक पूर्वी और विकास बड़गुर्जर ने शादी के पवित्र बन्धन में बन्धे नवदम्पति अनन्या सुपुत्री सतपाल निवासी राली चौहान (मेरठ) एवं सुनील कुमार सुपुत्र वीरपाल सिंह निवासी पिचौकरा (बागपत) को पौधा भेंट किया। साथ ही शादी की प्रत्येक वर्षगाँठ पर पौधा रोपण करने का संकल्प भी दिलाया। पौधा प्राप्त कर एवं पौधा रोपण का संकल्प लेकर उत्साहित नव दम्पति ने कहा कि वह पर्यावरण के प्रति सजगता का संकल्प लेकर अत्यन्त आन्नद की अनुभूति कर रहे हैं।

समाजसेवी विकास बड़गुर्जर ने कहा कि वृक्षों के अंधाधुंध कटान से वातावरण अत्यन्त प्रभावित है। मौसम चक्र में असंतुलन है, जो भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। पृथ्वी पर उत्पन्न होने वाले भावी संकट के समाधान के लिए पौधा रोपण अत्यंत आवश्यक है।
इस अवसर पर पूर्वी, अमित कुमार, गीता, रचना, प्रदीप, अमित, मदन सैन, सुविष कुमार, प्रवेश कुमार आदि उपस्थित रहे।