कोर्ट के आदेश पर चेयरपर्सन, नामित सभासद, दरोगा सहित 9 के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज
– नहटौर के पूर्व कस्बा इंचार्ज सहित 4 पुलिसकर्मियों पर भी रिपोर्ट दर्ज।
– पीड़ित ने सीजीएम के यहां दर्ज कराई थी शिकायत

नहटौर। सीजेएम साबिर अली ने धोखाधड़ी से कम किरायेदारी पर दुकान आवंटित कर गबन करने तथा नगर पालिका परिषद को नुकसान पहुंचाए जाने के मामले में पुलिस ने चेयरपर्सन फिरोजा खातून, पुत्र इजहार उर्फ राजा अंसारी, भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष व नामित सभासद वैभव गोयल, दरोगा सहित नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
मोहम्मद साबिर निवासी मोहल्ला हकीमान थाना नहटौर ने सीजेएम के यहां दिए गए प्रार्थना पत्र में अवगत कराया कि वर्ष 2017 में एक दुकान ₹11000 प्रति माह के हिसाब से आवंटित की गई थी। नगर पालिका ने 70 हजार रुपए की धनराशि वादी से प्राप्त करके उसके हक में कर दी थी। साथ ही किरायेदारी की रसीद जारी कर दी थी। आरोप है कि प्रार्थी ने दुकान खोलने की तैयारी शुरू की ही थी कि चेयरपर्सन व उसके पुत्र इजहार उर्फ राजा अंसारी ने मार्च 2021 को किरायेदारी जारी रखने के लिए 4 लाख रुपए मांगे, ना देने पर उक्त दुकान को किसी और के नाम आवंटित करने की धमकी दी। धनराशि ना देने पर चेयरपर्सन व उसके पुत्र ने चक्षु गोयल के नाम दुकान आवंटित करके गबन किया और पालिका को नुकसान पहुंचाया। यह भी आरोप है कि 28 जुलाई 2022 को आरोपी चक्षु गोयल, वैभव गोयल, रमन गोयल व उपनिरीक्षक बबलू सिंह मय फोर्स के उसकी दुकान पहुंचे और गाली गलौज, मारपीट की तथा सामान फेंक दिया। इस मामले में वादी ने पुलिस को अवगत कराया। पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर सीजेएम के यहां प्रार्थना पत्र दिया। सीजेएम ने प्रार्थना पत्र के आधार पर कार्रवाई करने का आदेश जारी कर दिया। पुलिस ने चेयरपर्सन फिरोजा खातून चेयरपर्सन पुत्र इजहार उर्फ राजा अंसारी, चक्षु गोयल, वैभव गोयल, रमन गोयल, दरोगा बबलू सिंह, सिपाही बिट्टू, प्रदीप, सुनील के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके कार्रवाई शुरू कर दी है। कोतवाल पंकज तोमर ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर मुकदमा पंजीकृत करके कार्रवाई शुरू कर दी है।

अपनी झोली भरने के लिए किया काम
नहटौर। भाजपा नेताओं की विपक्ष नेताओं के साथ मिलीभगत उजागर हो गई है। पुलिस द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट से साबित हो गया है कि भाजपा के नामित सभासद वैभव गोयल और गैर भाजपाई चेयरपर्सन फिरोजा खातून द्वारा विकास कार्यों में मिलीभगत करके काफी गोलमाल किया गया। शासन की ओर से नामित सभासद बनाकर जनहित में कार्य करने की उम्मीद की गई थी लेकिन भाजपा सभासद द्वारा निजी हित में कार्य किया गया और जमकर अपनी झोली भरी गई।